देश के कई राज्यों में फंसे उत्तराखंड के प्रवासियों का घर वापसी का सिलसिला शुरू हो चुका है। उत्तराखण्ड सरकार के प्रयासों से कुमांऊ मंडल के लॉकडाउन के कारण फंसे 1200 यात्रियों को सूरत गुजरात से लेकर एक विशेष ट्रेन सोमवार रात को करीब डेढ़ बजे काठगोदाम पहुंची। ट्रेन पहुंचने पर जिलाधिकारी सविन बसंल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा, मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार तथा अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने उत्तराखण्ड प्रवासियों का स्वागत किया। लंबे समय से फंसे इन लोगों की घर वापसी होने पर खुशी साफ तौर पर देखी जा सकती थी। घर पहुंचने पर सभी लोगों ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद व्यक्त किया तो वहीं एक राहत की सांस भी ली।
काठगोदाम पहुंचने पर इन लोगों के लिए सभी व्यवस्थाएं की गई थी खुद एसएसपी ने यात्रियों की व्यवस्थाओं को देखा, स्टेशन पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाया गया और सभी से पूछताछ करने के बाद उन्हें उनके घरों की ओर भेजा गया। सूरत से विशेष ट्रेन द्वारा 1200 यात्रियों जिसमे से अल्मोड़ा जनपद के 123, बागेश्वर के 291, चम्पांवत के 06, पिथौरागढ के 254, उधमसिंह नगर के 16 व नैनीताल जनपद 510 यात्रियों को सकुशल लेकर रेलवे स्टेशन काठगोदाम पहुंची। रेलवे स्टेशन से सभी यात्रियों को अन्तरराष्ट्रीय स्टेडियम गौलापार ले जाया गया, जहां पर स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग तथा स्वास्थ्य परीक्षण किया गया, अन्य जगहों पर फंसे लोगों की पहली ट्रेन उत्तराखंड पहुंच चुकी इससे अब सभी लोगों की उम्मीद भी जगी है कि जल्द ही बाकी की ट्रेनें भी पहुंचेंगी और कोरोना संकट काल में जो भी लोग बाहर फंसे हैं उन्हें भी वापस लाया जाएगा।
(संवाद 365/डेस्क )