सहारनपुर : इस बार कोरोना के कहर को देखते हुए कांवड़ यात्रा को स्थगित कर दिया गया है। कोरोना के संक्रमण को देखते हुए इस बार हरिद्वार में किसी भी कांवड़िए को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके लिए सहारनपुर की सीमाओं को सील किये जाने का निर्देश दिया गया है। डीएम -एसएसपी ने सरसावा में हरियाणा बॉर्डर का निरीक्षण कर इसके निर्देश दिये हैं। सहारनपुर में सबसे अधिक कांवड़ यात्री हरियाणा की तरफ से ही आते हैं। जिनका मुख्य मार्ग सरसावा बॉर्डर से अंबाला रोड, घंटाघर, देहरादून रोड से गागलहेड़ी होते हुए काली नदी तक हैं। लाखों की संख्या में प्रतिवर्ष कांवड़ यात्री इसी मार्ग से होकर गुजरते हैं। लेकिन, इस बार किसी भी कावंड़ यात्री को जिले में प्रवेश नहीं दिया जाएगा और इसके लिए सहारनपुर की सीमाओं को भी सील कर दिया जाएगा।
बृहस्पतिवार देर शाम को डीएम अखिलेश सिंह और एसएसपी डॉ एस चनप्पा ने सरसावा पहुंचकर हरियाणा बॉर्डर का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने निर्देश दिये कि किसी भी कांवड़ यात्री को प्रवेश की अनुमति न दिया जाए। उन्होंने कहा कि हाल ही में हरिद्वार में हुई बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया है। जिसके बाद जिले की सीमाएं सील की जाएंगी।
अधिकारियों ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि इस बार यात्रा न करकर अपने अपने घरों में ही रहकर शिव की पूजा और अर्चना करें। 19 जुलाई को श्रावण मास की शिवरात्रि है। किसी भी व्यक्ति को प्रतिबंध के बाद कावड़ लाने की अनुमति नहीं है।
शासन ने कांवड़ यात्रा को स्थगित करने का फैसला लिया है। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए यह अहम् कदम उठाया गया है। शासन के निर्देशों का पालन कराया जाएगा। कांवड़ लेने जाने वाले श्रद्धालुओं को जागरूक कर उन्हें रोका जाएगा। -डॉ. एस चनप्पा एसएसपी।
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संवाद365 /कोमल