कौशांबी: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में धांधली, मृतकों का नाम भी योजना में शामिल

September 22, 2020 | samvaad365

कौशांबी: यूपी के कौशांबी में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना भी धांधली का शिकार हो गई है। यहां पर 2 हजार रुपए के चक्कर में फार्मासिस्ट, रिटायर्ड शिक्षक, सेना के जवान व आंगनबाड़ी कार्यकत्री गरीब किसान बन गए हैं। इतना ही नहीं कई मृतकों का भी नाम योजना में शामिल किया गया है। मृतकों को योजना का लाभ देने की जानकारी खुद उप कृषि निदेशक ने ही दी। फर्जीवाड़े का खुलासा आधार कार्ड सत्यापन के दौरान हुआ, तो हड़कंप मच गया। अकेले सिराथू क्षेत्र के ही दर्जनों गांव में धांधली देखने को मिली। आनन-फानन में जिलाधिकारी के निर्देश पर कृषि विभाग ने राजस्व कर्मियों के माध्यम से ऐसे लोगों का नाम सूची से हटाने का निर्देश दिया है। इतना ही नहीं उनसे रिकवरी करने का भी निर्देश दिया है। उप कृषि निदेशक उदय भान गौतम ने बताया कि फार्म भरने के दौरान जल्दबाजी में मृतकों व सरकारी नौकरी करने वालों का नाम सूची में शामिल कर दिया गया था। जिले में एक बार फिर से सत्यापन कराया जा रहा है, जो भी अपात्र हैं। उनका नाम सूची से हटाया जाएगा और अभी तक जितना भी किस्त के रूप में पैसा लिया था, उसकी रिकवरी भी की जाएगी।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का मकसद किसानों को साल में 6 हजार की आर्थिक मदद देकर मजबूत बनाना था। लेकिन इसमें भी शातिरों ने पलीता लगा दिया। सिराथू ब्लॉक के उदहिन खुर्द गांव में दर्जनों पात्रों को योजना का लाभ मिल रहा है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की सूची के अनुसार क्रमांक नंबर 44 पर चंद्रमोहन सिंह का नाम है। बताया जा रहा है कि यह फार्मासिस्ट है और सिराथू के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात भी हैं। इसके अलावा क्रमांक 47 में चंद्रशेखर, 82 में हरिमोहन, 89 में हीरालाल, 101 में जगनारायण सिंह, 124 में केदार सिंह और 260 में रतीभान का नाम दर्ज है। शिकायत कर्ताओं का आरोप है कि केदार सिंह वायु सेना के रिटायर्ड कर्मचारी हैं। जबकि अन्य लोग रिटायर्ड शिक्षक हैं। इसी तरह कैमा गांव के क्रमांक नंबर 7 में अंबिका का नाम दर्ज है। आरोप है कि अंबिका आर्मी में है। वहीं 150 में किरण पांडेय का नाम है। किरण पांडेय को आंगनबाड़ी कार्यकत्री बताया गया है। 114 में जगन्नाथ का नाम दर्ज है। इनको भी अपात्र बताया जा रहा है। मोगरी कड़ा में भी कई पात्रों का नाम प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में दर्ज है। शिकायत के हिसाब से किसानों को योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। जबकि सरकारी कर्मचारी व रिटायर शिक्षक मलाई काट रहे हैं। इससे लोगों में नाराजगी है।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों का आधार कार्ड सत्यापित किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि सत्यापन के बाद यदि किसी भी तरह की गड़बड़ी की गई तो तीसरी किस्त में आवेदक पकड़ा जाता है और उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू हो जाती है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में बड़े पैमाने पर धांधली की आशंका है। सिराथू तहसील के दर्जनों गांव में यह खेल पकड़ में आया है। इस तरह का खिलवाड़ अन्य गांवों में भी होने की प्रबल संभावना है। धांधली का खुलासा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में तब हुआ, जब आधार कार्ड का सत्यापन शुरू हुआ। सत्यापन के दौरान दर्जनों ऐसे अपात्र मिले जिन्हें योजना का लाभ मिलना ही नहीं चाहिए। ऐसे में इसकी जानकारी जब विभाग को हुई तो हड़कंप मच गया। जिला अधिकारी अमित कुमार सिंह ने उप कृषि निदेशक उदय भान सिंह को मामले की जांच सौंपी है। उन्होंने विभागीय कर्मचारियों और राजस्व कर्मचारियों के माध्यम से पुनः सत्यापन का कार्य शुरू करा दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि जो भी अपात्र हैं। उनका नाम योजना से हटाया जाए और अभी तक जितना भी उन लोगों ने पैसा लिया है, उसकी भी रिकवरी की जाए।

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संवाद365/नितिन अग्रहरि

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