कौशांबी: यूपी के कौशांबी के मूरतगंज ब्लाक के पंसौर ग्राम प्रधान सेक्रेटरी ने एक ही दिन यानि 4 जनवरी 2020 को संयुक्त हस्ताक्षर से 10 लाख 38 हजार रुपए निकाल लिए। मोटी कमाई के चक्कर मे उन्होंने मनमाने तरीके से 12 हजार रुपए की दर से 87 शौचालय की धनराशि अपात्र लाभार्थियों के खाते में ट्रांसफर करवा दी थी। इनमे 61 लाभार्थी ऐसे मिले, जो पात्रता सूची में हैं ही नही। इनके खाते में 7 लाख 32 हजार भेज दिया। हैरानी की बात तो यह है कि दोनों ने 21 ऐसे लाभार्थियों को भी शौचालय का लाभ दिया, जिन्हें पहले से ही निर्मल भारत अभियान के तहत शौचालय का लाभ दिया गया था. आरोप सिद्ध होने के बाद डीपीआरओ गोपाल जी ओझा ने फरवरी 2020 में ग्राम प्रधान ज्ञानमती एवं ग्राम पंचायत सचिव मुकेश कुमार गुप्ता व तत्कालीन सेक्रेटरी रामकृत राम को कारण बताओ नोटिस जारी कर हफ्ते भर के भीतर जवाब मांगा। लेकिन लॉक डाउन होने के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया.
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संवाद365/नितिन अग्रहरि