बिटकॉइन में इन्वेस्टमेंट और भारी रिटर्न देने के नाम पर मुंबई की वेरिएबल पीटीई लिमिटेड कंपनी के खिलाफ ED ने एक्शन लिया है। कंपनी की प्रमोटर सिम्पी भारद्वाज को ED ने गिरफ्तार कर लिया है।
ED ने मंगलवार (19 दिसंबर) को बताया कि कंपनी ने लोगों को झांसे में लेकर 6600 करोड़ रुपए का हेरफेर किया है। ED ने प्रमोटर सिम्पी भारद्वाज के घर पर छापेमारी करते हुए तीन लग्जरी कारें और कुछ ज्वलेरी जब्त की है। अब तक 69 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क कर ली गई है।
मनी लॉन्ड्रिंग का केस था दर्ज
दरअसल, महाराष्ट्र और दिल्ली पुलिस ने वेरिएबल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के प्रमोटर्स और कई मल्टी-लेवल मार्केटिंग एजेंटों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था। ईडी ने इस मामले पर एक्शन लेते हुए प्रमोटर्स सिम्पी भारद्वाज, उनके पति अमित भारद्वाज, अजय भारद्वाज, विवेक भारद्वाज और महेंद्र भारद्वाज की जांच की। इसके बाद ED ने 17 दिसंबर को सिम्पी भारद्वाज को गिरफ्तार किया। 18 दिसंबर को सिम्पी को स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें 26 दिसंबर तक ईडी की कस्टडी में भेज दिया।
कंपनी ने विदेश में खरीदी संपत्ति
प्रमोटर सिम्पी भारद्वाज पर आरोप है कि उन्होंने अपने पति के साथ मिलकर मनी लॉन्ड्रिंग की है। उन्होंने लोगों को बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने पर भारी रिटर्न का झांसा दिया। फिर इन्वेस्ट किए गए रुपयों को विदेशी कंपनियों को ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद इस राशि से उन्होंने विदेश में संपत्ति खरीद ली। कुल 6600 करोड़ रुपए के मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। बता दें कि मुख्य आरोपी अजय भारद्वाज और महेंद्र भारद्वाज फिलहाल फरार है।
क्या होता है बिटकॉइन?
बिटकॉइन एक प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी है, जिसे वर्चुअल करेंसी और डिजिटल करेंसी भी कहा जाता है। डॉलर या रुपए जैसी करेंसी की तरह क्रिप्टोकरेंसी से भी लेन-देन किया जा सकता है। दुनिया में इस वक्त 4 हजार से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी चलन में हैं। बिटकॉइन इनमें सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी है। हर बिटकॉइन ट्रांजेक्शन ब्लॉकचेन के जरिए पब्लिक लिस्ट में रिकॉर्ड होता है। जो डिसेंट्रलाइज तरीके से अलग-अलग यूजर्स द्वारा किया जाने वाला रिकॉर्ड मेंटेनेंस सिस्टम है।
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