हिमाचल प्रदेश सरकार के तीन साल पूरे होने पर आयोजित एक कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किसान आंदोलन पर बोलते हुए विपक्ष पर दुष्प्रचार फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा की कॉन्ट्रेक्ट फॉर्मिंग के जरिए किसानों की जमीन छीने जाने का दुष्प्रचार किया जा रहा है. उनहोंने कहा की कोई भी मां का लाल किसानों से उनकी जमीन नहीं छीन सकता.
उनहोंने कहा की कॉन्ट्रेक्ट फॉर्मिंग में किसानों से जो भी करार होगा वो किसान के उत्पादन पर होगा ना ही किसानों की जमीन पर होगा. औऱ जो भी करार करेगा अगर वो तय की गई राशि से कम भुगतान करेगा तो किसान कानूनी कार्रवाई के लिए सरकार की मदद ले सकता है.
रक्षा मंत्री ने कहा की जब भी देश में व्यापक सुधार हुए हैं उनका असर दिखने में थोड़ा समय लगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि क्षेत्र में सुधार की शुरुआत की है, मैं किसान भाईयों से अपील करता हूं कि कम से कम डेढ़-दो साल इन कृषि सुधारों के असर को देख लीजिए.
उनहोंने कहा की ऐतिहासिक कृषि सुधार से उन लोगों के पैरों तले जमीन खिसक गई है जो लोग किसानों के नाम पर अपने निहित स्वार्थ साधते थे। उनका धंधा खत्म हो जायेगा इसलिए जानबूझ कर देश के कुछ हिस्सों में एक गलतफहमी पैदा की जा रही है कि हमारी सरकार MSP की व्यवस्था खत्म करना चाहती है. राजनाथ सिंह ने कहा की MSP खत्म करने का इरादा इस सरकार का ना तो कभी था, ना है और ना रहेगा। मंडी व्यवस्था भी कायम रहेगी.
(संवाद365/डेस्क)
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