Manipur में भूस्खलन की चपेट में आया आर्मी कैंप: 30 से 40 जवान मिट्टी में दबे, 13 शव निकाले गए

June 30, 2022 | samvaad365

मणिपुर में लगातार भारी बारिश की वजह से बुधवार रात मणिपुर के नोनी जिले में जिरीबाम-इंफाल रेलवे लाइन के पास भारी भूस्खलन हुआ है। भूस्खलन की चपेट में आने से आम लोगों के साथ टेरिटोरियल आर्मी के कई जवान इसकी चपेट में आ गए। हादसे में दर्जनों जवान मिट्टी में दब गए। खबरों के मुताबिक, अब तक 7 जवानों के शव बाहर निकाले जा चुके हैं, जबकि 13 जवानों को रेस्क्यू कर लिया गया है। वहीं, 50 के करीब जवान अभी भी दबे हुए हैं।

अधिकारियों के अनुसार मरने वालों की संख्या बढ़ने की संभावना है क्योंकि कई लोग अभी भी लापता हैं और तलाशी अभियान जारी है। कुछ नागरिकों के भी मलबे में दबे होने की आशंका है। घायलों का इलाज नोनी आर्मी मेडिकल यूनिट में किया जा रहा है। गुरुवार सुबह सेना, असम राइफल्स, मणिपुर पुलिस की ओर से बड़े पैमान पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। जिसमें साइट पर उपलब्ध इंजीनियरिंग उपकरणों का भी उपयोग किया जा रहा है।

एक अधिकारी का कहना है कि खराब मौसम की वजह से रेस्क्यू मिशन में बाधाएं आ रही हैं, काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि लापता लोगों को बचाने के लिए ठोस प्रयास किया जा रहा है। सेना के हेलिकॉप्टर भी मौके पर पहुंच चुके हैं। भूस्खलन के वजह से इजाई नदी का प्रवाह प्रभावित हुआ है। यह नदी तामेंगलोंग और नोनी जिलों से होकर बहती है। जिला प्रशासन आस-पास के ग्रामीणों को सावधानी बरतने और जल्द से जल्द जगह खाली करने की एडवाइजरी जारी की है।

एडवाइजरी में कहा गया है कि मलबे की वजह से इजाई नदी ब्लॉक हो गई है, जिससे एक ही जगह पर जल भराव के कारण बांध जैसी स्थिति बन गई है। अगर यह टुटता है तो निचले इलाकों में और ज्यादा तबाही मचने की आशंका है। मौसम की तबाही को देखते हुए मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने आपात बैठक बुलाई है। तो वही मौके पर घायलों के ईलाज के लिए डॉक्टरों की टीम को भेजा गया है। बताया जा रहा है कि जिरीबाम को इंफाल से जोड़ने के लिए एक रेलवे लाइन का निर्माण हो रहा था जिसकी सुरक्षा के लिए 107 टेरिटोरियल आर्मी के जवानों को तैनात किया गया था।

संवाद 365, डेस्क

यह भी पढ़ें- उदयपुर हत्याकांड को लेकर आक्रोश, बीजेपी कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन

 

77821

You may also like