नई दिल्ली: रविवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह का निधन हो गया। 82 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली। उनका मल्टीअर्गन डिसफंक्शन सिंड्रोम के साथ सेप्सिस का इलाज किया जा रहा था। जिसके लिए उन्हें दिल्ली के आर्मी अस्पताल में 25 जून को भर्ती कराया गया था। रविवार की सुबह उन्हें कार्डियक अरेस्ट आया, जिसके बाद उनका निधन हो गया। बताया जा रहा है कि उनकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव थी। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित राजनीति से जुड़े कई दिग्गजों ने दुःख जताया है।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि जसवंत सिंह जी ने पूरी लगन के साथ हमारे देश की सेवा की। पहले एक सैनिक के रूप में और बाद में राजनीति के साथ अपने लंबे जुड़ाव के दौरान। पीएम ने कहा कि अटल जी की सरकार के दौरान उन्होंने महत्वपूर्ण विभागों को संभाला और वित्त, रक्षा और विदेश मामलों की दुनिया में एक मजबूत छाप छोड़ी। उनके निधन से दुःखी हूं।
जसवंत सिंह 1960 में सेना में मेजर के पद से इस्तीफा देकर राजनीति में आए थे। वह अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राजग सरकार में अपने करियर के शीर्ष पर थे। 1998 से 2004 तक राजग के शासनकाल में जसवंत ने वित्त, रक्षा और विदेश मंत्रालयों का नेतृत्व किया।
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संवाद365/डेस्क