उत्तराखंड में 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर आप पार्टी भी मैदान में उतर गई है। बीते दिन दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल यहां आए। बड़े-बड़े वादे कर के गए, बिजली को लेकर ही वादें सीमित दिखें, लेकिन आप की प्रवक्ता उमा सिसोदिया ने एक निजी डिजिटल चैनल पर राजनीति डिबेट के दौरान अपनी पार्टी का पक्ष रखते हुए कहा कि खाने-पीने की दुकानों के सामने कुछ कुत्ते होते हैं, लोग उन कुत्तों को लतियाते हैं और कुत्ते दूर चले जाते हैं, लोग रोटी फेंकते हैं और कुत्ते उनकी तरफ को आते हैं।फिर उन्होंने बोला कि ऐसे कुत्तों की पीड़ा को उन्होंने देखा है और आज उत्तराखंड की जनता की हालत वही हो चुकी हैं। बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। लोग उमा सिसोदिया को खूब खरी-खोटी सुना रहे हैं। हालांकि अब उमा सिसोदिया ने इस पूरे प्रकरण पर माफी मांगी है। उमा ने कहा कि अगर उनके बयान से किसी की भी भावना आहत हुई हों तो उनको माफ कर दें। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर तंज कसते हुए कहा कि मेरे बयान पर कुछ बोलने से पहले अपने बारे में सोचिए। भाजपा पर निशाना साधते हुए उमा सिसोदिया ने कहा कि दूसरों से सवाल पूछने से पहले अपने नेता महेश नेगी, सुरेश राठौर, कुंवर प्रणव सिंह, संजय कुमार, विनय गोयल के बयानों की बात करें।
संवाद365,डेस्क
यह भी पढ़ें-मुख्यमंत्री धामी ने अफसरों को दिया 30 दिन का टास्क, 15 अगस्त तक पेश करनी होगी फाइल