बागेश्वर: कोरोना के खिलाफ ग्रामीणों की जंग जारी… दूरी बनाकर लोगों को कर रहे जागरुक

April 16, 2020 | samvaad365

बागेश्वर: कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए देशभर में लॉकडाउन है। 19 दिनों के लिए 3 मई 2020 तक लॉकडाउन को बढ़ाए जाने के बाद जिले में अब पहले से और ज्यादा जागरूकता सामने देखने को मिल रही है।

वहीं, लॉकडाउन  की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से जागरूकता फैल रही है। खेत- खलिहान में आवश्यक काम से जाने वाले खेतिहर किसान भी एक दूसरे से दूरी बनाकर अपना काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री के संदेश का असर जिला स्तर से लेकर गांव तक साफ तौर पर देखा जा रहा है।

बागेश्वर जिले के ग्रामीण अंचलों में रबी की फसल पक कर तैंयार हो चुकी है। कोरोना वायरस की वजह से इस बार किसान रबी की फसल को काटने में जल्दबाजी नहीं कर रहे हैं। पहले कई लोग मिलकर सामूहिक तौर पर एक-दूसरे की फसल काटने में मदद किया करते थे लेकिन इस बार खेतों में दो से ज्यादा लोग काम नहीं कर रहे हैं।

वहीं खेतों में काम करने वाली महिलाओं को पता है कि एक-दूसरे के संपर्क में आने से उन्हें इस महामारी का खतरा हो सकता है। इसलिए वो रबी की फसल काटते समय इस बात का पूरा ध्यान रख रहे हैं। रबी की फसल काटने में पहाड़ों में मशीनों का प्रयोग बहुत कम होता है। इस पर लोग पहले मजदूरों से काम कराया करते थे। कोरोना वायरस की महामारी के चलते अब लोग खुद ही धीरे-धीरे अपने काम को करने में लगे हैं।

वहीं गरीब और मजदूर तबके को भी रेडक्रॉस सोसाईटी द्वारा लगातार मदद की जा रही है। राशन के किट के सांथ ही सोसायटी के सदस्य उन्हें मास्क व सेनिटाइजर भी दे रहे है। किसानों को भी रेड क्रॉस टीम सामाजिक दूरी बना कर काम-काज करने के लिए जागरूक कर रही है।

खुशी की बात यह है कि बागेश्वर जिले में कोरोना संक्रमण का कोई भी मामला नहीं है। कोरोना वायरस के प्रति ग्रामीण अंचलों में बसे लोगों में भी जागरूकता देखने को मिल रही है। लोग साफ—सफाई के सांथ ही घर-बाहर आने-जाने में एक निश्चित दूरी बनाए हुए हैं। लोगों को उम्मीद है कि सभी की जागरूकता से कोरोना वायरस जल्द ही खत्म हो जाएगा।

यह खबर भी पढ़ें-लॉकडाउन 2: केंद्र की गाइडलाइन… जानिए क्या है बंद और क्या खुला

यह खबर भी पढ़ें-उत्तराखंडः ओलावृष्टि से किसानों की फसल को भारी नुकसान

संवाद365/हिमांशु गढ़िया

48622

You may also like