कोरोना से प्रभावित हुआ चार धाम प्रोजेक्ट, सुस्त पड़ गई निर्माण कार्य की गति

June 12, 2020 | samvaad365

लॉक डाउन ने जहाँ पूरे देश को ही जाम करके रख दिया वहीं चारधाम परियोजना भी इससे व्यापक रूप से प्रभावित हुई है। ऐसे में जहाँ आने वाले दिनों में जहां चार धाम यात्रा आरम्भ होने से खस्ताहाल सड़कों से ही यात्रा करने होगी वहीं मानसून सत्र में भारी परेशानियां भी उठानी पड़ सकती है।

रूद्रप्रयाग जनपद में केदारनाथ और बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को चारधाम परियोजना के तहत चैड़ीकरण का कार्य चल रहा है। लॉकडाउन से पूर्व यह कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा था। 2020 के अंत तक चारधाम परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन कोरोना वायरस के कारण हुए लॉक डाउन से चार धाम परियोजना का निर्माण कार्य कर रही कम्पनी आरसीसी को भी जहाँ भारी नुकसान झेलना पड़ा है, वहीं इससे निर्माण कार्य भी प्रभावित हुआ है। आलम यह है कि कम्पनी को जहाँ मजदूरों को बुलाने की अनुमति नहीं मिल रही है वहीं जगह-जगह पौकलैण्ड और जेसीबी मशीने भी खराब पड़ी हैं, जिन्हें ठीक करने के लिए मैकेनिक नहीं पहुंच पा रहे हैं।

बद्रीनाथ और केदारनाथ हाइवे जगह जगह आधे-अधूरे निर्माण से खस्ताहाल स्थिति में है, हालांकिन बद्रीनाथ हाईवे पर आरसीसी कम्पनी द्वारा 60 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर दिया गया है. लेकिन मजदूरों को अनुमति न मिलने से आगे कार्य ठप्प पड़ा हुआ है। कम्पनी के प्रोजेक्ट मैनजर का कहना है कि मार्च से जून तक के महीने ही डामरीकरण और निर्माण कार्य के लिए उत्तम रहते हैं और इन्हीं महिनों में मेन पॉवर न होने से कार्य धीमी रहा है। हालांकि अब जिलाधिकारी वंदना सिंह चैहान ने कहा है कि मजदूरों को वापस आने की अनुमति प्रशासन द्वारा दी जा रही है।

आगामी दिनों में चार धाम यात्रा खोलने की कवायाद शुरू हो गई है। जबकि मानसून सत्र भी 15 जून के बाद आरम्भ हो जाता है। ऐसे में जल्दी कार्य आरम्भ नहीं हो जाता हैं तो जहाँ तीर्थ यात्रियों को हिचकोले भरे सफर से गुजरना पड़ेगा वहीं मानसून सत्र में कई नये भूस्खलन तो तैयार होंगे ही साथ ही मार्ग की स्थिति भी खस्ताहाल रहेगी जो दुर्घटनाओं को न्यौता दे सकती है।

(संवाद 365/कुलदीप राणा )

 

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