डॉक्टर्स डे पर बोले सीएम के फिजिशियन एनएस बिष्ट, डॉक्टर्स को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की दी सलहा

July 2, 2022 | samvaad365

कोट में नायक 2022 की डॉक्टर्स डे की थीम रही है, लेकिन यह भी सच है कि भारत में 8 मेडिकल कॉलेजों में हुई स्टडी के अनुसार युवा चिकित्सकों में धूम्रपान का प्रतिशत 17 .5 के बराबर है जो कि सामान्य वर्ग के युवाओं के 21.5% से थोड़ा ही कम है

देहरादून में मुख्यमंत्री के फिजिशियन और वर्तमान में राजकीय जिला कोरोनेशन अस्पताल में तैनात डॉक्टर एनएस बिष्ट का कहना है कि डॉक्टर को सफेद कोट में नायक कहा जाता है। और विधान चंद्र राय की स्मृति में डॉक्टर्स डे मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष की थीम अग्रिम मोर्चे पर फैमिली डॉक्टर है। लेकिन डॉक्टर जैसे अपने मरीजों के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित रहते हैं उसी प्रकार आज डॉक्टरों को अपने स्वास्थ्य की भी चिंता करनी चाहिए क्योंकि डॉक्टरों ने धूम्रपान और शराब की लत मेडिकल कॉलेजों से ही शुरू हो जाती है। उन्होंने कहा कि आज इस पर हमें फोकस करना होगा और इसके सही आंकड़े जुटाने होंगे कि हमें युवा डॉक्टरों को धूम्रपान और मद्यपान से कैसे दूर रखा जा सकता है। डॉ बिस्ट का कहना है कि चिकित्सक समाज और हेल्थ के रोल मॉडल होते हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में आईएमए ने वैधानिक चेतावनी जारी कर डॉक्टरों से 11 पेशेवरों के साथ मध्यमान ना करने की सलाह दी थी जाहिर है कि शीर्ष संस्था को इस बात की भी चिंता थी कि डॉक्टरों का व्यसन करना उनके रोल मॉडल वाले रूप के अनुरूप नहीं है।

वही एक सर्वे के मुताबिक भारत में 30% डॉक्टर किसी न किसी रूप में तंबाकू का सेवन करते हैं जबकि 21. 5% भारत का युवा वर्ग धूम्रपान का आदी है और यह 17.5 प्रतिशत युवा डॉक्टरों में मौजूद है। इससे समझा जा सकता है कि सामान्य वर्ग के युवाओं के स्थित 21. 5% से थोड़ा ही कम है। एक स्टडी के मुताबिक एमबीबीएस के 8% और पी जी के 16 .6 प्रतिशत डॉक्टर धूम्रपान करते पाए गए इसी तरह एमबीपीएस के 16 .6 और पी जी के 31.5 प्रतिशत बरसात में रत रहे हैं।

संवाद 365, संदीप रावत

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