डोबरा चांठी पुल की मास्टिक में दरारें, टिहरी डीएम ने दिए पीडब्ल्यूडी बौराड़ी को दिए जांच के निर्देश

March 14, 2022 | samvaad365

टिहरी झील के ऊपर बने देश के सबसे लंबे डोबरा चांठी पुल पर करोड़ो की लागत  से बिछाई गई मास्टिक कई जगहो पर दरार पड़ने से गुप्ता कंपनी की घटिया कार्य की पोल खुली है,ओर अब कंपनी का काम पूरा होने के बाद चली गई,लेकिन मास्टिक के जोड़ उखड़ने पर किसके खिलाफ कार्यवाही होगी यह सब सवालों के घेरे में आ गया है । ग्रामीणो ने पुल पर हुए घटिया काम करने वाली गुप्ता कंपनी के खिलाफ जांच करवाने की मांग की है साथ प्रतापनगर की लाइफ लाइन कहे जाने वाले इस पुल की सुरक्षा के लिए किसी बाहरी थर्ड एजेंसी से जांच करवाने की मांग की है,जबकि गुप्ता कंपनी ने अपनी मां पसन्द की थर्ड एजेंसी से जांच करवाई थी लेकिन फिर भी मास्टिक टूटने लगी है ,अब उस थर्ड एजेंसी पर भी सवाल उठने लगे है ।

 

प्रतापनगर की जनता ने कह की अगर पुल पर घटिया तरीके से मास्टिक बिछाने वाले गुप्ता कंपनी के खिलाफ दुबारा जांच नही की जाती है तो फिर एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा क्योंकि यह पुल प्रतापनगर की लाइफ लाइन है । डोबरा चांठी पुल का निर्माण 2006 में शुरू हुआ था लेकिन वर्ष 2010 में डिजाइन फेल होने के कारण इसे बंद करना पड़ा तब तक इस पुल के निर्माण पर 1.35 अरब की रकम खर्च हो चुकी थी इसके बाद 2016 में लोक निर्माण विभाग खंड ने 1.35 अरब की लागत से दुबारा निर्माण कार्य शुरू शुरू किया,ओर पुल के डिजाइन के लिए अंतरराष्ट्रीय निविदा जारी करके इसका डिजाइन दक्षिण कोरिया की योसीन कंपनी से तैयार करवाया गया था उसके बाद कार्य तेजी से चला और  अचानक 2018 में पुल के 3 सस्पेंडर  टूट गए, जिससे निर्माणाधीन पुल का हिस्सा टेढ़ा हो गया, तबतक पुल पर लगभग 3 अरब रुपए खर्च कर दिए गए थे,उनके बाद जैसेतैसे पुल का काम फिर से शरू किया गया और पुल बन के तैयार हो गया ।

8 नवंबर 2020 को इसका उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया ओर तब से लेकर आज तक पुल के उपर बिछाई गई मास्टिक पर 6 बार दरार पड़ गई और हर बार गुप्ता कंपनी मास्टिक पर पड़ी दरार पर केमिकल भर के लीपापोती कर देती है । 4 महीने पहले  मास्टिक पर पड़ी दरार पर केमिकल भरकर गुप्ता कंपनी ने इतिश्री करके अपनी पूरी पेमेंट लेकर चला गया,अब पुल की जिम्मेदारी प्रांतीय खण्ड लोक निर्माण बिभाग बौराड़ी के हवाले छोड़ दी । जबकि इस पुल को बनाने के लिए प्रताप नगर की जनता ने 15 साल का इंतजार किया और आज फिर पुल पर घटिया तरीके से बिछाई गई मास्टिक पर दरार पड़ने से सवाल खड़े हो गए हैं और सब के जहान में है कि क्या यह पुल लंबे समय तक टिक पाएगा या नहीं । प्रताप नगर के लोगों ने अब इस पुल के मामले में किसी दुसरी थर्ड पार्टी से जांच करवाने की मांग की है ,ओर जिस थर्ड एजेंसी ने इसकी जांच की थी उस थर्ड एजेंसी पर भी सवाल उठने लगे है,की जब थर्ड पार्टी ने जांच की तो फिर मास्टिक क्यों टूटने लगी है । साथ ही गुप्ता कंपनी के द्वारा जो मास्टिक बिछाई गई है गुप्ता कंपनी के खिलाफ जांच बिठाने की भी मांग की है ।

डोबरा चांठी पुल की लंबाई 725 मीटर है इसमें सस्पेंशन ब्रिज 440 मीटर लंबा है इसमें 260 मीटर आरसीसी डोबरा साइट और 25 मीटर स्टील गार्डर चांठी साइड से हैं पुल की चौड़ाई 7 मीटर है जिसमें मोटर मार्ग की चौड़ाई साढ़े पांच मीटर है जबकि फुटपाथ की चौड़ाई 0.75 मीटर है । वही टिहरी डीएम इवा आशीष श्रीवास्तव ने प्रांतीय खण्ड लोक निर्माण बिभाग बौराड़ी को निर्देश दिए है की पुल की मेंटिनेंस में कोई लापरवाही नही होनी चाहिए, ओर इनको तत्काल ठीक करें वरना कड़ी कार्यवाही की जाएगी ।

संवाद365,डेस्क

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