आने वाले मानसून सीजन को लेकर पिथौरागढ़ जिला प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी है। मानसून सीजन के दौरान आने वाली आपदा से निपटने के लिए जहां एक तरफ जिले में एनडीआरफ की तैनाती की जा चुकी है तो वही शासन से जिले को नए वाहन भी मिले हैं। तो वहीं दूसरी तरफ प्रशासन ने सरकार से मानसून सीजन के लिए एक हेलीकॉप्टर की भी मांग की है।
जून महीने के अंत तक उत्तराखंड में मानसून दस्तक दे देगा। ऐसे में सीमांत जनपद पिथौरागढ़ के लिए मानसून सीजन एक तरह से आपदा का सीजन भी होता है। क्योंकि मानसून के दौरान पिथौरागढ़ जिले में अनेक आपदा की घटनाएं घटित होती है। ऐसे में आने वाले मानसून को देखते हुए पिथौरागढ़ जिले में एनडीआरएफ की एक यूनिट की तैनाती भी कर दी गई है जिस ने सोमवार को अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है। एनडीआरएफ की टीम बरसात के सीजन के दौरान ज़िलामुख्यालय में रहेगी और जिले में कहीं भी आपदा आने पर राहत और बचाव कार्य करेगी। वहीं शासन से जिले के लिए आपदा प्रबंधन के तहत 13 नए वाहन भी दिए गए हैं जो आपदा के दौरान राहत और बचाव कार्य में लगे कर्मचारियों की मदद करेंगे।
पिथौरागढ़ जिले की धारचूला, मुनस्यारी और बंगापानी तहसील आपदा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील इलाके हैं। बरसात के दौरान इन इलाकों में रोड कनेक्टिविटी पूरी तरह से ध्वस्त हो जाती है। ऐसे में इन इलाकों तक बचाव दलों को पहुंचाना और राहत सामग्री पहुंचाना एक चुनौती से कम नहीं है। जिसे देखते हुए पिथौरागढ़ जिला प्रशासन ने सरकार से बरसात के दौरान एक हेलीकॉप्टर की मांग की है । ताकि आपदा के समय जरूरत पड़ने पर हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल कर इलाकों लोगों को राहत पहुंचाई जा सके। जिला अधिकारी का कहना है कि शासन से जल्दी ही पिथौरागढ़ जिले के लिए एक हेलीकॉप्टर उपलब्ध हो जाएगा ।
संवाद 365, मनोज चंद