देहरादून: प्रसिद्ध समाजसेवी व पद्मश्री से सम्मानित अवधेश कौशल का मंगलवार तड़के निधन हो गया। वे 87 वर्ष के थे । बताया जा रहा है कि वो लंबे समय से बीमार थे और सोमवार से उनके अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। दून के मैक्स हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा था। उन्होंने तड़के पांच बजे अंतिम सांस ली। वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।
गैर सरकारी संगठन ‘रूरल लिटिगेशन एंड एनलाइटनमेंट केंद्र'(रूलक) के संस्थापक कौशल ने मानवाधिकारों और पर्यावरण के लिए जीवन भर काम किया। 80 के दशक में दून-मसूरी के बीच लम्बे समय से चल रही चूना भट्टा खदानों को बंद कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
अवधेश कौशल रुलेक संस्था के जरिये शिक्षा, पर्यावरण आदि सामाजिक कार्य कर रहे थे। 2003 में वीक पत्रिका ने उन्हें मैन आफ द ईयर सम्मान से नवाजा था।
सीएम ने जताया शोक
पद्मश्री अवधेश कौशल के निधन पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शोक जताया। वहीं, उनके निधन से सामाजिक संगठनों में भी शोक की लहर है।
सामाजिक हितों को लेकर सदैव संघर्षशील रहे प्रसिद्ध समाजसेवी पद्मश्री से अलंकृत श्री अवधेश कौशल जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ।
ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
ॐ शांति: शांति: शांति:
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 12, 2022
संवाद 365, ज्योत्सना थपलियाल
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