गजब का पहाड़ः… जहां भगवान भरोसे चल रहा है पोखरी ब्लॉक …!!

May 13, 2019 | samvaad365

जनपद चमोली का विकासखण्ड पोखरी भगवान भरोसे चल रहा है. यहां तहसील में प्रमुख अधिकरियों के पद ही रिक्त चल रहे हैं ऐसे में यहां के लोग भारी परेशानियों का सामना करने के लिए विवश है. चमोली जिले का सबसे बड़ा प्रखण्ड पोखरी सरकारों की घोर बेरूखी का दंश झेल रहा है. 72 ग्राम सभाओं का विकासखण्ड पोखरी तहसील जनवरी 1999 में अस्तित्व में तो आया लेकिन इसको अपने स्थाई उपजिलाधिकारी और तहसील दार कम ही मिल पाये. वर्तमान में भी यहां न तो स्थाई उपजिलाधिकारी की तैनाती की गई है और न तहसीलदार की. रजिस्ट्रार कानूनगो समेत अन्य अधिकारी कर्मचारियों के पद भी पिछले करीब एक वर्ष से रिक्त चल रहे हैं. हालांकि व्यवस्था के तौर पर जिलासू के उपजिलाधिकारी ही पोखरी तहसील का कार्यभार देखते हैं लेकिन जिलासू के उपजिलाधिकारी देवानंद के पास भी पोखरी के साथ ही थराली तहसील का भी अतिरिक्त प्रभार है.

ऐसे में एक उपजिलाधिकारी के पास तीन.तीन जगहों का कार्यभार होने के कारण वे अधिक समय नहीं दे पाते हैं.  पोखरी तहसील में हफ्ते.दो.हफ्ते में चक्कर तो लगाते हैं लेकिन कोई दिन तय नहीं है कि वे कब आएंगे. ऐसे में दूर दराज गांवों से स्थाई निवास चरित्र प्रमाण पत्र आदि तहसील सबंधित कागजात बनाने के लिए ग्रामीण दो.दो महिनों तक तहसील के चक्कर काटने पड़ते हैं. लेकिन न उपजिलाधिकारी के दर्शन होते हैं और न ही तहसीलदार के. ऐसे में ग्रामीण जाए भी तो जाए कहा.

चमोली जिला का सबसे बड़ा विकासखण्ड होने के साथ ही पोखरी राजनीतिक पृष्ठभूमि में भी अपना विशेष महत्व रखता है. कांग्रेस सरकार में राजेन्द्र भण्डारी जैसे दिगज मंत्री भी यही से रहे हैं जबकि वर्तमान विधायक महेन्द्र भट्ट भी यही से आते हैं. बावजूद पोखरी इस तहसील की दशा में कोई सुधार नहीं हो पाया है. जनप्रतिनिधियों का कमजोर नेतृत्व के कारण ही यह तहसील आज भगवान भरोसे चल रही है और जनता त्रस्त है.

रूद्रप्रयाग/ कुलदीप राणा

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