हरिद्वार में कांवड मेला सकुशल सम्पन्न, अधिकारियों को किया गया सम्मनित

July 27, 2022 | samvaad365

धर्मनगरी हरिद्वार में कांवड़ मेला सकुशल सम्पन्न हो गया है जिसके चलते आज हरिद्वार में कांवड़ मेला सकुशल सम्पन्न हो गया है जिसके बाद ड्यूटी पर तैनात कर्मियों को सम्मानित किया गया और सभी को शुभकामनाएं दी गई ।कावंड़ मेला में इस बार आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा था 4 करोड के आसपास कांवड़िए हरिद्वार से गंगा जल लेकर अपने गंतव्यों की ओर रवाना हुए इतिहास में पहली बार इतनी संख्या में कांवड़ियों का आना और व्यवस्था को संभालना पुलिस और प्रशासन के लिए चुनौती था। बता दे कि इस बार कांवड़ मेला सुरक्षित संपन्न करना पुलिस ओर प्रशासन दोनों के लिए बड़ी चुनौती था,जिसके लिए पुलिस-प्रशासन ओर जिला प्रशासन ने बहुत पहले ही तैयारियां शुरू कर दी थी। पुलिस ने कुंभ मेले की तर्ज पर कांवड़ मेले में सुरक्षा और व्यवस्था के इंतजाम किए थे। कांवड़ मेला क्षेत्र का 12 सुपर जोन, 29 जोन और 130 सेक्टरों में बांटा गया था। सुरक्षा के मद्देनजर मेला क्षेत्र में डाग स्क्वायड की पांच टीम तैनात की गई थी। इसके अलावा 350 से अधिक ड्रोन कैमरों से भी नजर रखी जा रही थी। इसके अलावा कांवड़ मेले में कांवड़ियों की वेशभूषा में भी पुलिस को नियुक्त किया गया था। हरिद्वार में लगभग 6000 से ज्यादा पुलिस जवानों को लगाया गया था।जिसके चलते यह मेला संम्पन हुआ।

जिसमे कांवड़ मेले में 734 विशेष पुलिस अधिकारी नियुक्त किए गए थे. इसके अलावा अपर पुलिस अधीक्षक-14, पुलिस उपाधीक्षक-32, निरीक्षक, थानाध्यक्ष, एसएसआई 56, एसआई-152, महिला एसआइ-35, हेड कांस्टेबल-121, सिपाही-1002, महिला सिपाही-189, यातायात निरीक्षक-4, यातायात उप निरीक्षक-8, हेड कांस्टेबल यातायात-15, कांस्टेबल यातायात- 97 पीएसी, आइआरबी, फ्लड दल-12 कंपनी, एक प्लाटून, एक सेक्शन केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बल-छह कंपनी, दो कंपनी एसएसबी, दो कंपनी आईटीबीपी, दो कंपनी आरएएफ हेड कांस्टेबल प्रशिक्षु रैंकर भर्ती-351 तैनात थे।कांवड़ियों की भीड़ को देखते हुए इस बार हरिद्वार में पर्याप्त मात्रा में जल पुलिस को भी तैनात किया गया था, ताकि कोई व्यक्ति गंगा में डूबे तो उसे सकुशल बचाया जा सके। इसका असर ये हुआ है कि पुलिस की मुस्तैदी के कारण 263 लोगों को गंगा में डूबने से बचाया गया।इसके अलावा गंगा घाटों पर तैनात बीईजी आर्मी फोर्स के जवानों ने जहां 127 लोगों को मौत के मुंह में जाने से बचाया। वहीं हरिद्वार की जल पुलिस ने इन दस दिनों में 136 कांवड़ियों के लिए जीवनदायनी साबित हुए। इसके अलावा कांवड़ के दौरान पीएसी के गोताखोरों को भी तैनात किया गया था, जिन्होंने 100 से अधिक कांवड़ियों को गंगा में डूबने से बचाया।

संवाद 365, नरेश तोमर

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