दरअसल बरसों-बरसों तक टिहरी जिले का मुख्यालय रहा नरेंद्रनगर से वर्ष 1989 में जिलामुख्यालय नई टिहरी शिफ्ट किये जाने से नरेन्द्रनगर में अक्सर वीरानगी छायी रहती है; कुंजापुरी मेला अथवा कांवड़ मेले में ही यहां,पुरानी जिला मुख्यालय जैसी रौनक वर्ष में कुल मिलाकर 12से 15 दिनों तख ही लौट आती है..
कोरोना काल के बीते दो वर्षों को छोड़ कर, बीते 26 वर्षों से जींद कावड़ सेवा संघ हरियाणा हर वर्ष कांवड़ यात्रा के दौरान नरेंद्रनगर में 7 से 10 दिनों का भंडारा आयोजित करता है, इस वर्ष भी इन दिनों जींद कावड़ सेवा संघ द्वारा नगरपालिका नरेंद्रनगर के मैदान में भंडारे का आयोजन किया हुआ है”,
इन दिनों पूरा नरेंद्रनगर शहर बम भोले के नारों से गूंज रही है. गंगोत्री व यमुनोत्री को जाने-आने वाले कांवड़ यात्रियों के लिए यह मुख्य पड़ाव है..
इन दिनों नगर में पालिका द्वारा बेहतरीन सजावट कर रखी है..
कांवड़ यात्रियों की वजह से नगर में खूब चहल-पहल व रौनक दिखाई दे रही है..
जींद कावड़ सेवा संघ के पदाधिकारी किशनलाल आहूजा, वेद प्रकाश विरवानी सुरेंद्र चुघ, चिमन लाल शर्मा,दीपक बजाज व अनिल सरदाना ने पालिका के सहयोग की प्रशंसा की है..
संवाद 365, वाचस्पति रयाल
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