उत्तराखण्ड के प्रथम मुख्यमंत्री स्वर्गीय नित्यानन्द स्वामी की जयंती के मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत स्वामी को याद करते हुए कहा की नित्यानन्द स्वामी एक पारदर्शी व्यक्तित्व वाले इंसान थे. उन्होंने कहा की स्वामी स्वच्छ राजनीति के सच्चे पुरोधा थे उनकी जीवन की कहानी औऱ व्यक्तित्व से लोगो के अच्छा करने की प्रेरणा मिलती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि नित्यानंद स्वामी जी ने अपने कार्यकाल के दौरान प्रदेश में अपराध और नशाखोरी पर काफी हद तक लगाम लगाई थी.
स्वर्गीय नित्यानन्द स्वामी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के तौर पर 9 नवंबर 2000 से लेकर 29 अक्टूबर 2001 तक प्रदेश की कमान संभाली. स्वामी का जन्द 27 दिसम्बर 1927 को हरियाणा में हुआ था. लेकिन उन्होनें अपना लगभग सारा जीवन देहरादून में बिताया. उनके पिता देहरादून में ही भारतीय वानिकी संस्थान में कार्यरत थे. कम आयु में ही वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के माध्यम से भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम से जुड़ गए और देहरादून में उन्होंने स्थानीय विरोधों में भागीदारी भी की.
(संवाद365/डेस्क)