पौड़ी: उत्तराखण्ड में सरकारी शिक्षा लगातर दम तोड़ रही है, मूलभूत सुविधाओं को भी पाने के लिए छात्र-छात्राएं तरस रहे हैं, आलम ये है कि कई विद्यालय जर्जर अवस्था में हैं,जो बड़े हादसे को भी न्योता दे रहे हैं, बावजूद इसके खस्ताहाल स्कूलों को सुधारने पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, सबसे बुरी हालत पौड़ी जनपद के दूरस्थ क्षेत्र के स्कूलों की है, जहां शिक्षकों की कमी से तो छात्र- छात्रायें दो चार हो ही रहे हैं, साथ ही जीर्ण-शीर्ण हालात में पहुंचे अशासकीय और शासकीय विद्यालय छात्र-छात्राओं में डर का माहौल भी पैदा कर रहे हैं, ये हालत पालीखाटली जनता इण्टर कॉलेज समेत कई स्कूलों के हैं। ये डर बरसात के मौसम में और बढ़ जाता है साथ ही टपकती छत उनकी पढ़ाई में भी बाधा भी उत्पन्न करती हैं,शिक्षकों के अनुसार वे सरकार को अपने विभाग के जरिये कई बार पत्राचार भी कर चुके हैं,लेकिन इस ओर कोई ध्यान दिया ही नहीं गया, जबकि पालीखाटली जनता इंटर कॉलेज समेत कई विद्यालयों की 11 वीं और 12 वीं कक्षाओं में कला वर्ग ही पिछले डेढ़ दशक संचालित है और विज्ञान वर्ग की मान्यता न मिलने से छात्र-छात्राओं की संख्या भी विद्यालयों में लगातार घटती जा रही है।
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संवाद365/भगवान रावत