बागेश्वर जिलामुख्यालय स्थित बने अस्थायी कोविड19 अंत्येष्टि स्थल पर पीपीई किट को लेकर बड़ी लारवाही सामने आयी है। सरयू और गोमती नदी के किनारे बेतरतीब पड़े इन पीपीई किटों से संक्रमण का खतरा बढ़ने लगा है। इसके बारे में स्थानीय लोगों ने तहसील प्रशासन व नगर पालिका से शिकायत की है।आपको बता दें कि बागेश्वर ज़िले में कोविड अस्पताल में ईलाज के दौरान जिन व्यक्तियों की मौत कोविड संक्रमण के कारण हो जाती है उनका दाह संस्कार प्रशासन कोविड19 गाईड लाईन अनुसार करवाया जा रहा जो की सरयू नदी किनारे एक निर्धारित स्थान पर किया जा रहा है। दाह संस्कार के बाद लापरवाही बरतते हुये कर्मचारी व अन्य लोगों द्वारा पीपीई किट को नदी के किनारे फेंक रहे हैं। जिससे सरयू और गोमती नदी के पानी का दूषित होने का खतरा बढ़ने के साथ कोविड संक्रमण के मामले तेज होने की आशंका बढ़ गयी है। प्रशासन की इस लापरवाही पर सवाल खड़े होने लगे हैं।वहीं इस मामले में उपजिलाधिकारी सदर योगेंद्र सिंह कहा कि मामला संज्ञान आया है नगर पालिका को निर्देश दिए हैं कि इस स्थान की बैरिकेटिंग कर स्थल के एंट्री एग्जिट स्थान पर फ्लैक्स बोर्ड में दिशा निर्देश पालन नियम लिखवाए जाय अगर इसके बाद भी अगर कोई मामला सामने आता है तो संबंधित के खिलाफ आपदा अधिनियम एक्ट की धाराओं में मुक़दमा दर्ज करने की कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।
संवाद365, हिमांशु गढ़िया
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