इस बार पर्यटन की अपार संभावनाओं वाले ग्राम चिरबटिया में नेचर फेस्टिवल का आयोजन ईको टूरिज्म के तहत होने जा रहा है। पोस्टर का विमोचन करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि प्रभागीय वनाधिकारी वैभव कुमार द्वारा नेचर फेस्टिवल का नेतृत्व किया जा रहा है एवं कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। जिला प्रशासन व वन विभाग द्वारा ईको टूरिज्म पॉलिसी के तहत वन क्षेत्र में मौजूद रमणीक स्थलों में बर्ड वॉचिंग, कैंपिंग, ट्रैकिंग, विलेज टूर सहित अन्य साहसिक पर्यटनों का आयोजन किया जाएगा। ईको टूरिज्म पॉलिसी के तहत स्थानीय लोगों के सहयोग से बिना प्रकृति को नुकसान पहुंचाए पर्यटकों को विभिन्न गतिविधियों से रूबरू भी कराया जाएगा.
नेचर फेस्टिवल के आयोजन से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलने के साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। चिरबटिया क्षेत्र के पारंपरिक शैली में निर्मित पठाल के घरों में आगन्तुकों व पर्यटकों के रहने खाने की व्यवस्था की जाएगी। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा व पर्यटक पहाड़ की संस्कृति से रूबरू हो सकेंगे। पहाड़ी संस्कृति से पर्यटक भी रूबरू हो सके व संस्कृति के आदान प्रदान के लिए पारंपरिक लोक गीत व नृत्य का आयोजन किया जाएगा । जिसमें पहाड़ी छोलिया नृत्य पर्यटकों को आकर्षित करेंगे.
पहाड़ी रीति-रिवाजों, संस्कृति और धरोहर के प्रचार-प्रसार एवं संरक्षण में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का विशेष योगदान रहेगा, इससे युवा पीढ़ी व पर्यटकों को प्रदेश की गौरवमयी संस्कृति एवं सभ्यता से रूबरू होने का मौका मिलता है। पहाड़ की संस्कृति एवं पर्यटन स्थलों को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने के साथ ही इसमें स्वरोजगार के अवसर तैयार करने की योजना तैयार की है.
सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले दिनों में चिरबटिया के साथ ही जनपद के कई अन्य पर्यटन स्थलों में भी ईको टूरिज्म के मापदंड़ को पूरा करने की क्षमता है, जल्द ही इन स्थलों का चयन कर ईको टूरिज्म की शुरुआत की जाएगी.
(संवाद 365/कुलदीप राणा आजाद)