रूद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि में राजकीय इण्टर काॅलेज अगस्त्यमुनि को कृषि विषय संचालन के लिए वर्ष 1942 में दान दी गयी करीब 90 नाली भूमि पर अवैध कब्जा हो रहा है. विघालय के प्रधानाचार्य का आरोप है कि ये कब्जा कोई ओर नहीं बल्कि नगर पंचायत अगस्त्यमुनि करवा रहा है.
नगर पंचायत ने पहले उस भूमि पर अपने सफाई कर्मचारियों से सुअर पालन का काम करवाया गया और अब 50 लाख की धनराशि से रेन बसेरा प्रस्तावित करवा रहा है, भूमि पर बना बगीचे के पेड़ भी काट दिए गये है, काॅलेज में पढ़ने वाले पुराने छात्र कहते हैं कि उक्त भूमि पर कभी कृषि विषय का प्रेक्टिकल हुआ करते हैं, वही पूरे मामले में नगर पंचायत का कहना है कि उक्त भूमि पर नगर पंचायत ने रेन बसेरा के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा है, अगर उक्त भूमि इण्टर काॅलेज की है तो काॅलेज द्वारा दस्तावेज दिखाये जाने चाहिए.
(संवाद 365/कुलदीप राणा आजाद)
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