रूद्रप्रयाग: पिछले 12 दिनों से रूद्रप्रयाग महावि़लय के छात्रों को भले ही स्थानीय विद्यायक जिला प्रशासन और सरकार का साथ न मिल रहा हो किन्तु पत्रकारों द्वारा छात्रों की समस्याओं पर खबर चलाये जाने से जरूर रूद्रप्रयाग विधायक और उनके समर्थन पत्रकारों को सोशल मीडिया में धमिकियां और गालिया दे रहे हैं. दअसल मुख्यालय स्थित रूद्रप्रयाग महावि़द्यालय के छात्रों द्वारा अपना भवन, लाइब्रेरी, बीएसी और एमए की कक्षाओं का संचालय सहित 6 बुनियादी मांगों को लेकर आन्दोलन चल रहा है. छात्रा कॉलेज परिसर में दिन-रात बेमियादी धरने पर बैठे हुए हैं. छात्र आन्दोलन के पांचवें दिन जन आक्रोश रैली निकालकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया था जिसमें जिलाधिकारी ने कुछ समस्याओं को पांच दिन के अंदर आरम्भ करने का आश्वासन दिया था. जो अब तक नहीं हो पाया जबकि रूद्रप्रयाग के विधायक भरत सिंह चैधरी का कार्यालय भी कॉलेज से बहुमुश्किल 200 मीटर की दूर पर है लेकिन छात्रों की मांगों को सुनने तक के लिए विधायक ने धरना स्थल पर जाने की जहमत नहीं उठाई.
जबकि दूसरी तरफ कॉलेज में 10 लाख की विधायक निधि के तहत कक्षा.कक्ष का पुर्ननिर्माण कॉन्फ्रेस हॉल का निर्माण किया गया जिसमें भारी अनिमिताएं बरती गई हैं. इसको लेकर जब पत्रकारों ने सवाल खड़े किए तो कार्यों में सुधार लाने की बजाय सोशल मीडिया पर पत्रकारों को धमकियां देने के साथ ही अर्मायादित भाषा का प्रयोग किया गया. जबकि एक पत्रकार की दोपहिया वाहन पर भी हमला कर तोड़ फोड़ की गई. इसकी को लेकर महाविद्यालय के छात्रों ने मीडिया की आवाज दबाने वालों के खिलाफ सड़कों पर उतरकर जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया. छात्रों ने साफ तौर पर कहा कि जनप्रतिनिधि और सरकार तो छात्रों की आवाज सुन नहीं रही लेकिन जो मीडिया आवाज उठा भी रहा है उसे कुचलने का प्रयास किया जा रहा है जिसके खिलाफ सारे छात्र मुखर होंगे.
(संवाद 365/कुलदीप राणा)
यह खबर भी पढ़ें-पौड़ी में दिल दहला देने वाली घटना… दो लोगों को जिंदा जलाकर उतारा मौत के घाट