घनसाली- जहां एक तरफ प्रदेश सरकार उत्तराखंड में सैन्य धाम और सैनिक विश्वविद्यालय खोलने की बात कर रही है, वहीं प्रदेश के सबसे बड़े विकास खंड भिलंगना में शहीद विनोद पाल सिंह बिष्ट- छतियारा खवाड़ा मोटर मार्ग की स्थिति इतनी नाजुक है कि सड़क पर चलने वाले नेताओं और अधिकारियों को भी शर्म आएगी. सड़क पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं. जिस वजह से लोगों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ता है.
भिलंगना ब्लाक की बासर पट्टी के दर्जनों गांवों तकरीबन 30 किमी लंबे छतियारा-खवाड़ा मोटर मार्ग से जुड़े हैं। आज से दो दशक पूर्व इस सड़क का निर्माण किया गया था। लेकिन, लोक निर्माण विभाग और सरकार की लापरवाही के कारण मोटर मार्ग का वर्षों बाद भी सुधारीकरण नहीं हो सका है. वहीं अधिशासी अभियंता जगदीश सिंह खाती का कहना है कि संबंधित मोटर मार्ग की हालत काफी नाजुक है, हमने शासन में 5 किलोमीटर लंबाई की डीपीआर गठित करके भेजी है शासन से स्वीकृति प्राप्त होने पर काम करा दिया जाएगा.
वर्ष 2009 में केपार्स गांव निवासी विनोदपाल ने छत्तीसगढ़ में हुए नक्सली हमले में अपना प्राणों का बलिदान दिया था। वर्ष 2015 में मोटर मार्ग का उनके नाम पर कर रखा गया. तब क्षेत्र वासियों को लगा कि अब सड़क की हालत में सुधार होगा लेकिन ना तो सरकार और ना ही प्रशासन ने कभी इसकी सुध ली है. जिस वजह से यहां आए दिन हादसे होने का डर बना रहता है.
(संवाद365/पंकज भट्ट)
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