सौंग बांध परियोजना: 2050 तक देहरादून समेत आस-पास क्षेत्रों में ग्रेविटी आधारित पेयजल की सुविधा

November 26, 2020 | samvaad365

देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गुरूवार को सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज के साथ सिंचाई विभाग के अन्तर्गत नाबार्ड वित्त पोषित योजनाओं की समीक्षा की. बैठक में नाबार्ड वित्त पोषित नवीन विभिन्न योजनाओं हेतु 102 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई. नाबार्ड वित्त पोषित नवीन 16 योजनाओं में पौड़ी के खैरासेंण में पूर्वी नयार नदी पर बहुद्देशीय जलाशय का निर्माण, कर्णप्रयाग में अलकनन्दा नदी के किनारे बाढ़ सुरक्षा का कार्य, देहरादून के सहसपुर विकासखण्ड के सभावाला की गढ़वाली बस्ती में पुस्ते का निर्माण और अन्य जिलों में बाढ़ सुरक्षा, नहरों और नलकूपों के निर्माण, लिफ्ट सिंचाई योजना और अन्य काम शामिल हैं.

बैठक में राज्य के विभिन्न जनपदों के लिए राज्य सैक्टर के अन्तर्गत नाबार्ड वित्तपोषित योजना के तहत नहरों एवं नलकूपों के जीर्णोद्धार एवं निर्माण, बाढ़ सुरक्षा योजना, एवं अन्य कार्यों के लिए 52 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई.

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा की सौंग बांध परियोजना को पर्यावरणीय स्वीकृति मिल चुकी है. इस परियोजना से 2050 तक की देहरादून शहर और आस-पास के क्षेत्रों में ग्रेविटी आधारित पेयजल की सुविधा दी जायेगी. उन्होंने कहा कि इस बांध का शिलान्यास होने के बाद एक साल के अन्दर इसका निर्माण कार्य पूरा किया जायेगा. सौंग बांध बनने से इस क्षेत्र में पर्यटन की गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा.

बैठक में जानकारी दी गई कि नाबार्ड के अन्तर्गत वर्ष 2014-15 से 2020-21 तक के लिए 1530.42 करेड़ रूपये की कुल 397 योजनाएं स्वीकृत हुई हैं. जिसमें से 759.90 करोड़ रूपये की 198 योजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं, जबकि 770.52 करोड़ की 199 योजनाओं पर कार्य प्रगति पर है. जिसमें से 365.90 करोड़ की लागत के कार्य हो चुके हैं.

(संवाद 365/डेस्क)

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