टिहरी: भिलंगना नदी में पावरप्रोजेक्ट्स के खिलाफ संवधित कम्पनियों के साथ विरोध समिति की पहली बैठक

March 9, 2021 | samvaad365

टिहरी: भिलंगना जल जंगल जमीन बचाओ समिति के पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों की बैठक आज टिहरी गढवाल के घनसाली तहसील परिसर में उप जिलाधिकारी महोदय के समक्ष हुई जिसमें गुणसोला पावर प्रोजेक्ट एवं उत्तराखंड जल विद्युत निगम के अधिकारी मौजूद रहे। जहां पर परियोजनाओं से संवधित होने वाले नुकसान एवं आस्था कि दृष्टि से भिलंगना नदी के महत्व को समिति के पदाधिकारियों ने प्रमुखता से उपजिलाधिकारी महोदय एवं संवधित पावर प्रोजक्टो के अधिकारियों के समक्ष रखा.

समिति के पदाधिकारियों के अनुसार जहां आज पुरे देश बिदेश मैं कुम्भ स्नान कि चर्चा जोरो पर स्थानीय सरकार भी इस धार्मिक आस्था मैं स्थानीय देवडोलियो के स्नान को प्रमुखता की बात कर रही है वहीं भिलंगना मैं मां नंदा देवी मंदिर जो कि पुरातत्व विभाग के अधिन है मां राणीगढ भगवती जहां पर सालाना एतिहासिक मैला लगता है रघुनाथ मंदिर जहां पर पोराणिक बिखोत मैला लगता है इन मैलो मैं क्षेत्र का जनमानस भिलंगना मैं श्रदा की डुबकी लगाकर अपने मोक्ष.की कामना करता है यहां के असंख्य देवता सोमेश्वर महादेव, चंद्रेश्वर महादेव, भिलेश्वर महादेव, मां जगदंबा, हुणेश्वर महादेव. अनेकों देवता इसी नदी मैं स्नान करते हैं पुरी भिलंगना घाटी कि यह भ्रृगु ऋषि पुत्री भिलंगना मोक्षदायिनी का काम करती है.

आये दिन भिलंगना पर बने दो पावर प्रोजक्टो कि मनमानी से पित्रो के अधजले शरीर जो पहले भिलंगना खुद मैं समाहित करती थी अब यत्र तत्र पड़े जानवरों द्वारा खाए दैखे जा सकते हे यदि पुरी भिलंगना पर पावरप्रोजेक्ट बने तो स्थिति कितनी भयावह होगी यह अकल्पनीय ओर आस्था पर सीधा प्रहार है।
दुसरी ओर इनके निर्माणाधीन अवधि मैं जो पर्यावरण नुकसान होगा जो जंगल काटे जाएगे आतंरिक विस्फोटों से जो जलस्रोत सुखेंगे वह भी भयावह है इस प्रकार यहां पर किसी भी प्रकार के निर्माण कार्य का स्थानीय जनता पुरजोर बिरोध कर रही है क्योकि पहले से बने दो पावर प्रोजक्टो के मनमाने रवेये ओर इनके द्वारा किये गए नुकसान जिसमें प्राकृतिक जलस्रोतों का सुखना सुरंग से मकानो मैं दरारें आना लोगों मैं फुटडालो राज करो की निति पर काम करना स्थानीय को बरियता न देना यह सब भिलंग की जनता भुगत चुकि है ओर अब सचैत होकर इस प्रकार के कार्यो का पुरजोर बिरोध कर रही है। कई सामाजिक संस्थाएं जिसमें पर्वतीय लोकविकास समिति, भिलंगना क्षैत्र विकास समिति भी बिरोध का पुर्ण समर्थन कर रही है.

जहां एक ओर समिति के पदाधिकारीयो ने प्रोजेक्ट अधिकारियों से स्थानीय जनता के पुरजोर बिरोध के कारणो को सपस्टता से रखा वहीं कर्मचारियों का ढुलमुल रैवया ही सामने आया ओर पुनः बैठक की बात कहकर वह चलते बने.

उपजिलाधिकारी महोदय जी नें किसी प्रकार का समाधान न निकलने पर संवधित प्रोजक्टो के विरोध कि रिपोर्ट सासन को भेजने का आशवासन दिया.

आज कि इस बैठक मैं भिलंगना जल जंगल जमीन बचाओ समिति के अध्यक्ष एवं जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि भजन रावत जी उपाध्यक्ष नित्यानंद कोठियाल, समणगांव प्रधान श्री गोवर्धन सेमवाल, पंयाकोटी प्रधान प्रतिनिधि, ज्यूदणा प्रधान प्रतिनिधि, जमोलना प्रधान सेमवाल, सामाजिक कार्यकर्ता विनोद, जसवीर रोतेला, भुपेन्द्र राणा , मोहन राणा उपस्थित रहे.

(संवाद 365/हर्षमणि उनियाल)

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