जंगालों में आग से हड़कंप, वन विभाग मौके पर पहुंचा
वन विभाग की नाक के नीचे कट रहे पेड़
पेड़ कटना है आग लगने का असली कारण
पेड़ों को कटान को छिपाने के लिए आग लगाने की आशंका
थराली विकास खंड के जंगलों में 2 दिनों से अचानक आग लगने से अफरा-तफरी मच गई. वहीं वन विभाग के आग बुझाने में हाथ-पांव फूल गए. आग लगने की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम आग बुझाने के लिए जंगलों में पहुंची. लेकिन सूखा होने के चलते जंगलों में आग तेजी से फैल चुकी थी. जिस पर वन विभाग ने ग्रामीणों की मदद से आग बुझाने का कार्य शुरू किया.
इस आग का मुख्य कारण जंगलों में अवैध रूप से हरे पेड़ों का कटान है. ग्रामीणों की शिकायत के बाद बद्रीनाथ वन प्रभाग गोपेश्वर के प्रभागीय वन अधिकारी थराली विकासखंड के तलवाड़ी स्टेट के जंगलों में पहुंचे और जंगलों का निरीक्षण कर रहे हैं. वहीं ग्रामीणों ने बताया कि जंगल में साराखोली और सरतोली धार नामक स्थान पर कई हरे चीड़ के पेड़ काटे गए हैं. संभवत इन पेड़ों की चोरी को छुपाने के लिए जंगल में जानबूझकर आग लगाई गई है.
वहीं इस पूरे मामले पर बद्रीनाथ वन प्रभाग गोपेश्वर के प्रभागीय वन अधिकारी आशुतोष सिंह ने कहा कि जंगलों में अवैध कटान किसने की है उसका पता लगाया जा रहा है. संबंधित वन क्षेत्र अधिकारी को बताया गया है. जल्द ही उन लोगों का पता लगाया जाएगा जिनके द्वारा जंगलों में अवैध रूप से हरे पेड़ों की कटान की गई थी.
जंगलों में चीड़ के हरे पेड कब काटे गए इसकी सही जानकारी अब तक विभाग नहीं जुटा पाया वहीं वन विभाग की नाक के नीचे जंगलों में अवैध कटान जारी है. लेकिन विभाग कुंभकरण की नींद सोया हुआ है और जंगल ऐसे धू धू कर जल रहे हैं.
(संवाद365/गिरीश चंदोला)
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