चमोली: देवाल विकासखण्ड के दूरस्थ पिण्डर क्षेत्र के बुस्तरा तोक,उणीबगड़ तोक और खड़मन्या तोक के ग्रामीणों ने गुरुवार को देवाल के ब्लॉक प्रमुख दर्शन दानू और विधायक थराली मुन्नीदेवी के नेतृत्व में उपजिलाधिकारी थराली सुधीर कुमार से मुलाकात कर विस्थापन की मांग की है.
दरसल बीते 18 जून को मूसलाधार बारिश से पिण्डर नदी का जलस्तर काफी ज्यादा बढ़ गया था जिससे पिण्डर नदी के किनारे पर बसे इन तीनों तोको में काफी ज्यादा कटाव के साथ कुछ परिवारों का आशियाना भी पिण्डर में समा गया था.
बुस्तरा तोक में जहां खेती भूमि का नुकसान हुआ वहीं अब यहां रहने वाले 8 परिवारों को पिण्डर नदी का रौद्र रूप डराने लगा है. वहीं उणीबगड़ तोक में 2 मकान पिण्डर में लील हो गए यहां भी 10 परिवार अब खतरे की जद में हैं और इनकी कृषि भूमि को भी नुकसान हुआ है. वहीं खड़मुनिया तोक में भी 6 परिवारों पर खतरा मंडरा रहा है, यहां पिण्डर नदी का पानी इनके घरों तक पहुंच गया था जिससे ग्रामीणों में डर का माहौल बना हुआ है. उणीबगड़ तोक के ग्रामीण जहां टैण्ट और गोशाला में रहने को मजबूर हैं.
वहीं बुस्तरा और खड़मुनिया तोक के डरे सहमे ये परिवार डर के साये में रह रहे हैं पिण्डर का बढ़ा हुआ जलस्तर रहरहकर इन परिवारों को 2013 की आपदा की याद दिला रहा है. ऐसे में ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी थराली से मुलाकात कर विस्थापन की मांग की है और विस्थापन न होने की दशा में धरना प्रदर्शन की चेतावनी भी दी है.
(संवाद365, गिरीश चंदोला)
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