उत्तराखंड एक आपदा प्रभावित राज्य है. बारिश के मौसम में यहां कई नुकसान होते हैं. कई सड़कें अवरुद्ध हो जाती हैं. साथ ही कई बार भूस्खलन होने से कई मकान ध्वस्थ हुए. ऐसा ही एक खतरा उत्तरकाशी के सरनौल गांव पर बना हुआ है.
बता दें कि सरनौल गांव के पास भूस्खलन फिर सक्रिय हो गया है। इसके चलते शनिवार रात ग्रामीण सो नहीं पाए उन्हें भूस्खलन का डर था कि कहीं मकान उसकी चपेट में ना आ जाए और कोई आपदा ना आ जाए।
आपको बता दें कि रविवार को गांव के सात परिवारों ने अपने पुश्तैनी मकान छोड़ दिए तथा स्कूल और गांव के पंचायत घर में शरण ली है। ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द से जल्द विस्थापन की मांग की है, जिससे वह सुरक्षित स्थानों पर अपने मकान बना सकें।उत्तरकाशी के नौगांव ब्लाक के सरनौल गांव के निकट छंडारी तोक में भूस्खलन कई साल से सक्रिय है। 30 वर्ष पहले प्रशासन की ओर से विस्थापन की प्रक्रिया भी शुरू की गई थी, जिसमें कुछ परिवार विस्थापित किए गए।
संवाद 365, दीपिका भंडारी
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