देहरादून में दिखेगा वर्चुअल बाजार, कोरोना महामारी के दौरान आया था अस्तित्व में

September 28, 2022 | samvaad365

उत्तराखंड वर्चुअल बाजार ऑर्गेनाइजर ऋचा कर्णवाल ने एक प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि कोरोना महामारी के दौरान अस्तित्व में आया था इसकी शुरुआत ऋचा कर्णवाल और ज्योति डोवाल ने की थी, जो कई प्रदर्शनों से जुड़े थे जिन्होंने भौतिक प्रदर्शनी के माध्यम से जनता तक पहुंचने का मंच को दिया था. यह समूह एक साथ आया था उत्तराखंड के उद्यमियों और कारीगरों को सशक्त बनाने के लिए एक साथ विकास करना उत्तराखंड वर्चुअल बाजार ने कई संघर्षरत उद्यमियों को जीवन का पट्टा दिया जो लॉकडाउन में बुरी तरह से प्रभावित हुए थे उत्तराखंड वर्चुअल बाजार 950 पर दर्शकों की प्रारंभिक सदस्यता को बढ़ाकर 200 से अधिक पूजनीय तक अपनी पहुंच बनाई है जिसमें पूरे भारत में 26000 से अधिक का अनुसरण किया गया है यही कारण है कि यह सफल रहा है. ऐसा इसलिए है क्योंकि हर कोई हर किसी को बढ़ावा देता है लोग एक दूसरे तक पहुंचते हैं और एक परिवार के रूप में विकसित होते हैं एक दूसरे के प्रति गर्मजोशी और प्यार और उनके काम के लिए जुनून ने पहले शारीरिक प्रदर्शन इन द उड़ान उत्सव का आयोजन किया यह एक शानदार सफलता थी और उसके बाद इसमें तीन और अध्यायों को आगे बढ़ाया और इसकी लोकप्रियता और सफलता में पिछले एक को छोड़कर कई प्रदर्शक उत्तराखंड वर्चुअल बाजार के परिवार में शामिल हो गए हैं और यह केवल व्यवसाय के बारे में नहीं है यह एक सुखद घटना के बारे में है जो अपने आप में एक त्यौहार की तरह है उत्तराखंड वर्चुअल बाजार उत्तराखंड के लोगों के एक साथ आने और महामारी से लड़ने की कहानी है जो नीचे जाने के बजाए व्यक्तिगत व्यवसाय के साथ आगे बढ़ने का एक साधन प्रदान करता है यह संघर्ष के अस्तित्व और सफलता की कहानी है यह महिला कारीगरों और सभी के सशक्तिकरण की कहानी है यह उड़ान उत्सव में है उत्तराखंड वर्चुअल बाजार आदर्श वाक्य की भावना सार और आत्मा को महसूस करने का काम करता है यहां के हर स्टॉल में एक कहानी है जिसे सुनाना और साझा करना ही उत्तराखंड वर्चुअल बाजार का असली मकसद है.

(संवाद 365, संदीप रावत)

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