जोशीमठ के निराश व्यापारियों ने सरकार की ओर से हेलंग मारवाड़ी बाईपास पर सकारात्मक पहल ना होने पर निराशाजनक बयान दिया है। कहा है कि या तो हमें बाईपास जोशीमठ के पास से बना कर दीजिए या फिर हमें चाइना में शामिल कर दीजिए। जोशीमठ के व्यापारियों ने कहा कि अगर बाईपास बन गया तो जोशीमठ का अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा और हमें यहां से मजबूरन पलायन करना पड़ेगा लेकिन अगर हमें पहाड़ छोड़कर पलायन करना ही पड़ा तो हम भारत देश से चाइना देश में चले जाएंगे क्योंकि जोशीमठ से दिल्ली दूर है चाइना नहीं ,
व्यापार सभा अध्यक्ष नैन सिंह भंडारी ने कहा कि हम बार-बार शासन प्रशासन को हेंलग मारवाड़ी बाईपास जोशीमठ से जोड़ने की बात कह कर थक चुके हैं लेकिन अभी तक इस और कोई सकारात्मक पहल राज्य सरकार और केंद्र सरकार से होती नहीं दिखाई दे रही है। इसलिए अब जब हमसे हमारे नगर का अस्तित्व छिना जा रहा है तो हम क्यों ना यहां से ही पलायन कर चाइना सीमा की तरफ चले जाएं ।
वहीं पूरे मामले में चिंता जताते हुए बद्रीनाथ धाम के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने बताया कि जोशीमठ धार्मिक एवं आध्यात्मिक नगरी रही है जोशीमठ को बाईपास से दूर करना ठीक नहीं होगा क्योंकि यहां पर मान्यता अनुसार बद्रीनाथ धाम की यात्रा करने वाला यात्री सर्वप्रथम भगवान नरसिंह के दर्शन करता है उसके बाद उसकी यात्रा सफल मानी जाती है।
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चमोली/पुष्कर नेगी