धनोल्टी: जौनपुर विकास खण्ड के सकलाना पट्टी में लम्बित मांगों व 50 लाख से अधिक वृक्षों को लगाने वाले वृक्ष मानव के नाम से प्रख्यात स्व० विश्वेश्वर दत्त सकलानी द्वारा बनाए गए नागेन्द्र दत्त सकलानी स्मृती वन के संरक्षण संवर्धन की मुख्य मांगों को लेकर सकलाना क्षेत्र के लोगों व जनप्रतिनिधियों ने पूर्व विधायक व वर्तमान में GMVN के अध्यक्ष महावीर सिंह रांगड के नेतृत्व में सुबे के मुख्यमन्त्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से मुलाकात की।
बता दें कि स्व० विश्वे२वर दत्त सकलानी स्वयं इन सभी मांगों को बार बार पत्रों के माध्यम से उठाते रहे है। अपने ज्ञापन में सकलाना क्षेत्रवासियों ने लिखा है कि पूर्व में भी स्व० विश्वेश्वर दत्त सकलानी एवं क्षेत्र के लोगों ने कार्यो क्रियान्वयन के लिए पूरे क्षेत्र जनप्रतिनिधियों द्वारा हस्ताक्षरित प्रार्थना पत्र शासन व प्रशासन को दिया गया पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।
आपको बता दें विश्वे२वर दत्त सकलानी जिन्हें वृक्ष मानव कहा जाता है को पर्यावरण, वनीकरण, वृक्षारोपण के लिए विश्व कीर्तीमान हासिल है। उन्होंने अपने बड़े भाई अमर शहीद नागेन्द्र दत्त सकलानी की स्मृति में एक स्मृति वन सकलाना में बनाया जहां कई हजारों वृक्ष है साथ ही पदत्त इन्दिरा प्रियदर्शनी वृक्षमित्र पुरस्कार तत्कालीन प्रधान मन्त्री राजीव गांधी ने विश्वे२वर सकलानी को प्रदान किया था। 18 जनवरी 2019 को वृक्ष मित्र विश्वे२वर दत्त सकलानी का स्वर्गवास हो गया था पर उनके द्वारा उठाई गई मांगे आज तक भी लम्बित है।
सकलाना क्षेत्र के लोगों की क्या है मुख्य मांगे
सुबे के मुख्यमन्त्री त्रिवेन्द्र रावत से मिले सकलाना क्षेत्र के लोगों ने मांग की है कि सकलाना पट्टी के रा०इ०का० पुजारगांव सत्यों में अमर शहीद नागेन्द्र दत्त सकलानी व वृक्ष मानव विश्वे२वर दत्त सकलानी का भव्य स्मारक व मुर्ति स्थापित की जाए। दूसरी मांग में पूर्ववर्ती सरकार द्वारा सत्यो सकलाना में नागेन्द्र दत्त सकलानी राजकीय महाविद्यालय खोले जाने की घोषणा की गई थी जिसे वर्तमान सरकार वित्तीय स्वीकृती प्रदान कर अगले सत्र में कक्षाए प्रारम्भ करने का निवेदन किया गया है।
तीसरी मांग में स्व० नागेन्द्र दत्त सकलानी स्मृति वन के संरक्षण संवर्धन के लिए दिवार निर्माण व कांटेदार तार द्वारा बाड़ व साथ ही वृक्ष मित्र के परिवार की सहमती पर दो लोगो को संरक्षण के लिए नियुक्त किए जाने की मांग की है।
चौथी मांग मे प्रतिवर्ष आने वाले पर्यावरण विद व प्रकृति प्रेमी आदि लोगों के लिए स्मृती वन के भीतर अतिथी गृह का निर्माण व धनोल्टी की तर्ज पर इको पर्यटन को बढावा देने की मांग की है।
पांचवी मांग मे वृक्ष बैंक के नाम से सरकारी 5 करोड रू० जमा रहे जिसके व्याज से दैनिक स्मृती वन मे किए जाने वाले व्यय व सम्पूर्ण हिमालयी क्षेत्र मे पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण आदी कार्य किए जा सके।
छटवीं मांग मे नागेन्द्रदत्त सकलानी स्मृती वन मे वृक्ष मानव स्व० विश्वे२वर दत्त सकलानी जी के परिवार को साथ लेकर जड़ी बुटी शोध संस्थान, या वृक्ष विश्वविद्यालय की स्थापना है।
सातवीं मांग देहरादुन से कुमाल्डा कददुखाल मोटर मार्ग का नाम स्व० विश्वे२वर दत्त सकलानी मोटर मार्ग हो।
सुबे के मुख्यमन्त्री त्रिवेन्द्र सिहं रावत ने सकलाना क्षेत्र के लोगो की इन मुख्यमांगो पर आश्वासन दिया है मुख्यमन्त्री से मिलने वालो मे गढवाल मण्डल विकास निगम के अध्यक्ष महाबीर रांगड, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्षा मीरा सकलानी , राकेश सेमवाल, सन्तोष सकलानी, मालचन्द महर आदि लोग थे।
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संवाद365/सुनील सजवाण