उत्तराखंड में एलएसडी वायरस का पहला मामला सामने आया है । पहली बार पहली बार दुधारू पशुओं में लंपी स्किन डिजीज (एलएसडी) वायरस का मामला सामने आया है। काशीपुर ब्लॉक के एक फार्म में 13 गाय-भैंसों में लक्षण मिलने पर सैंपल जांच के लिए भेजे थे, जिनमें चार गायों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिले के पशुपालकों को अलर्ट कर दिया गया है।
क्या है एलएसडी वायरस के लक्ष्ण
पशुपालन विभाग के अनुसार पशुओं में वायरस आने पर उनके शरीर में जगह-जगह गांठें बन जातीं हैं। पशुओं को तेज बुखार हो जाता है। इसके चलते पशु चारा खाना भी छोड़ देते हैं। यह वायरस पशुओं में मक्खी, मच्छर, पशु से पशु का संपर्क, पशुलार आदि से तेजी से फैलता है। यह वायरस पशुओं की वायरल बीमारी है, जो मनुष्य में नहीं फैलती है। इसके साथ ही इस वायरस से पशु मृत्यु दर बहुत कम है लेकिन पशुओं में दुग्ध उत्पादन कम हो जाता है।
हालांकि पशु चिकिस्तक का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं हैं ऐसे मामलों में गाय का दूध उबालकर पी सकते हैं । इससे मानव को कोई हानि नहीं होती । साथ ही पशुओं की मृत्यु दर भी बेहद कम होती है ।
संवाद365,डेस्क
यह भी पढ़ें-सरकार के प्रयासों एवं जनसहयोग से आगे बढ़ रही आयुष्मान योजना