चमोली जिले की ममता राणा मॉडलिंग के क्षेत्र में कमा रही नाम

May 1, 2019 | samvaad365

पहाड़ जैसे मजबूत इरादों के साथ पहाड़ की बेटियां हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवा रही हैं। इसी क्रम में चमोली के सैतोली नंदप्रयाग घाट की ममता राणा भी आगे बढ़ते हुए मॉडलिंग के क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं। कई रैम्प शो और रनवे वॉक कर चुकी ममता अपने पहले गढ़वाली गीत हे मेरी स्वाणी के बाद चर्चाओं में आ गईं।

आपको बता दें कि इस गीत को अब तक यूट्यूब पर कई लाख लोग देख चुके हैं और पसंद भी कर रहे हैं। एशिया फैशन वीक, लखनऊ फैशन वीक, सीएफडब्ल्यू फैशन वीक जैसे कई फैशन शोज़ में ममता अपनी अदाओं के जलवे बिखेर चुकी हैं। इतना ही नहीं सभ्यता और टॉमी जैसे ब्रांड्स के लिए भी ममता रैम्प वॉक कर चुकी हैं। इसके साथ ही वह एक जानी मानी ज्वेलर्स कंपनी के लिए प्रिंट शूट भी कर चुकी हैं। 6 भाई बहनों में सबसे छोटी ममता राणा के पिता केदार सिंह आईटीबीपी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं तो वहीं मां आनंदी देवी गृहणी हैं। ममता ने 10वीं तक की शिक्षा चमोली से ही पूर्ण की। जिसके बाद पिता के तबादले के कारण वह देहरादून आ गईं और आगे की शिक्षा देहरादून से ही पूरी की।

देहरादून के डीएवी पीजी कॉलेज से स्नातक की डिग्री लेने वाली ममता का रूझान पहले से ही मॉडलिंग और एक्टिंग की ओर था। एक शो के ऑडिशन के दौरान ममता एजे फोटोग्राफी के सम्पर्क में आई जिन्होंने ममता को मिस्टर एंड मिस देहरा सीज़न 3 में प्रतिभाग करने के लिए प्रोत्साहित किया।

ममता ने शो में प्रतिभाग किया और अपने हुनर के दम पर वह शो के इस सीजन में फर्स्ट रनर अप भी रहीं। अपनी माटी से जुड़ी ममता राणा उत्तराखंड की संस्कृति और सभ्यता को देश विदेश तक पहुंचाना चाहती हैं। मॉडलिंग के क्षेत्र में नाम कमा रहीं ममता राणा का कहना है कि अगर मौका मिला तो वह बॉलीवुड और टेलीविजन में भी अपना भाग्य जरूर आजमाएंगी। फिलहाल ममता उत्तराखंडी बोली के ही कुछ प्रोजेक्ट्स में व्यस्त हैं।

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संवाद 365/पुष्पा पुंडीर

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