ओंकारेश्वर मंदिर के हक हकूकों पर विवाद जारी… केदारनाथ मंदिर के रावल ने दिया विवादित बयान !

October 31, 2019 | samvaad365

रूद्रप्रयाग: केदारनाथ मंदिर के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में हकहकूकों को लेकर हो रहे विवाद के बीच केदारनाथ मंदिर के रावल भीमाशंकर लिंग ने एक विवादास्पद बयान दिया है. जिसकी पर चौतरफा आलोचना हो रही है. केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में पिछले माह कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा मंदिर में ताम्रपत्र रखे जाने के बाद मंदिर पर हक-हकूकों की जंग छिडी हुई है, ताम्रपत्रों के जरिए ओंकारेश्वर मंदिर पर कई गांवों के हक हकूको का हवाला दिया गया है. वहीं आज केदारनाथ की डोली अपने शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर में आ रही है.

ऐसे में भले ही कल रात विवाद बढता देख प्रशासन ने आनन-फानन में मंदिर में रखे गए सभी ताम्रपत्रों को हटा दिया हो, लेकिन केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग ने जो विवादित बयान दिया उसकी सोशल मीडिया में चौतरफा आलोचना हो रही है. दरअसल रावल भीमाशंकर लिंग ने कल कहा था कि अगर प्रशासन ताम्रपत्रों को नहीं हटाती है तो वे केदारनाथ की पंचमुखी डोली को मंदिर में प्रवेश नहीं करने देंगे.

ऐसे में लोग सोशल मीडिया में सवाल उठा रहे है कि आखिर जिस भीमाशंकर लिंग के पास पूरी केदारनाथ मंदिर की जिम्मेदारी दी गई है, क्या वह भगवान केदारनाथ से बडा हो गया जो डोली को मंदिर में आने से रोक लगा सकता है. सैकड़ों वर्षों की केदारनाथ यात्रा की परम्पराओं, व्यवस्थाओं विधि-विधान के अनुसार यहां सारे कार्य सम्पादित होते हैं ऐसे में केदारनाथ मंदिर के रावल का यह विवादित बयान गले से नहीं उतर रहा है.

हालांकि अब ताम्रपत्रों को प्रशासन ने अपने कब्जे में ले लिया है. उधर मंदिर के अंदर ताम्रपत्र रखने वालों के खिलाफ पिछले ही माह बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ने पुलिस में नामजद रिपोर्ट दर्ज करावायी थी. लेकिन पुलिस ने भी इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया. अब देखना होगा कि हक हकूको की इस लडाई में क्या नया मोड आता है.

(संवाद 365/ कुलदीप राणा )

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