इस वक्त देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और इसी बीच नीट और जेईई की परीक्षाओं को लेकर भी विवाद गहराता जा रहा है। नीट और जेईई की परीक्षाओं पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। नीट और जेईई की परीक्षा को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है। इसी विवाद के बीच केंद्रीय शिक्षा मंत्री डाॅ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि एनटीए ने उन्हें बताया है कि जेईई के 8.58 लाख कैंडिडेट्स में से करीब साढ़े सात लाख कैंडिडेट्स ने अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिया। वहीं नीट के भी 15.97 लाख में से 10 लाख से ज्यादा कैंडिडेट्स ने एडमिट कार्ड 24 घंटों में डाउनलोड किए हैं। यह दिखाता है कि स्टूिडेंट्स चाहते हैं परीक्षाएं किसी भी कीमत पर हों। वहीं उन्होंने ये भी बताया कि अब 3,842 सेंटर हो गए हैं ताकि स्टूडेंट्स को सुविधा हो।
आपको बता दें कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा के मेन और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा नीट यूजी तय कार्यक्रम के अनुसार सितंबर में ही आयोजित की जाएंगी। बता दें कि जेईई मेन परीक्षा 1 से 6 सितंबर जबकि जेईई एडवांस परीक्षा 27 सितंबर को आयोजित की जानी है। नीट की परीक्षा 13 सितंबर को आयोजित की जाएगी। जेईई परीक्षा देश के प्रमुख इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है जबकि नीट का आयोजन मेडिकल में स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए किया जाता है। वहीं दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया का कहना है कि सरकार अच्छी व्यवस्थाओं का दावा कर रही है, लेकिन उन्हीं अच्छी व्यवस्थाओं में भी कई हस्तियों को कोरोना हुआ है।
बहरहाल नीट और जेईई की परीक्षाओं पर विवाद जारी है लेकिन सरकार के रूख से साफ लगता है कि संभवतः परीक्षाएं तय समय पर ही होंगी, ऐसे में सरकार के सामने ये सबसे बड़ी चुनौति होगी कि कैसे इन परीक्षाओं के लिए व्यवस्थाएं जुटाई जाती हैं।
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संवाद365/डेस्क