उत्तराखंड विधानसभा बजट सत्र के तीसरे दिन की शुरुआत में ही कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई। जिसके बाद गन्ना भुगतान को लेकर विपक्ष ने हंगामा किया। वहीं विपक्ष नियम 310 में चर्चा कराने की मांग पर अड़ गए। हाथ में गन्ना लेकर कांग्रेसी विधायक सदन में पहुंचे। स्पीकर ने नियम 58 पर चर्चा सुनने की इजाजत दी, लेकिन विपक्ष 310 से कम पर चर्चा के लिए तैयार नहीं है। सदन में प्रश्नकाल हंगामे की भेंट चढ़ गया। इस दौरान सदन में मार्शल व कांग्रेस विधायकों में धक्का-मुक्की हुई। गन्ना किसानों के भुगतान पर विपक्ष ने वॉकआउट किया। जिसके बाद स्पीकर ने चैथी बार सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
विपक्ष के वाकआउट के विरोध में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा के कक्ष के बाहर भाजपा के खानपुर विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन, लक्सर विधायक संजय गुप्ता और झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल ने धरना दिया। धरने पर बैठे भाजपा विधायकों का कहना है कि सदन से पहले वह नेता प्रतिपक्ष के पास गए थे और उन्होंने कहा कि किसानों के मुद्दों को लेकर उन्होंने आज सदन में प्रश्न लगाए थे और वह चाहते हैं वह उनका सहयोग करें लेकिन विपक्ष ने सदन शुरू होते ही हंगामा शुरू कर दिया जिसके चलते किसानों के मुद्दों पर प्रश्नों पर ना तो चर्चा हो पाई और ना ही कोई जवाब आ पाए। भाजपा विधायक देशराज कर्णवाल ने कहा कि विपक्ष जनहित और किसानों के मुद्दों पर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है ।
कैबिनेट मंत्री और शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने विपक्ष के आरोपों को निराधार करार दिया। मदन कौशिक ने कहा कि सरकार गन्ना किसानों के साथ है। प्रशनकाल में गन्ना किसानों से जुड़े महत्वपूर्ण प्रशन लगाये गये थे। जिस पर सदन के भीतर चर्चा होती तो विपक्ष का सारा झूठ पकड़ा जाता। लेकिन विपक्ष ने जाबूझकर प्रशनकाल नहीं चलने दिया। जिससे तमाम सदस्यों के गन्ना किसानों के साथ ही जनहित से जुड़े कई महत्वपूर्ण सवाल सदन में नहीं उठ पाये।
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देहरादून/काजल