टिहरी: महाराजा नरेंद्र शाह द्वारा बसाया गया एतिहासिक शहर नरेंद्र नगर आज भी कई सुविधाओं से वंचित है. यह शहर 63 वर्षों तक टिहरी जिले का मुख्यालय रहा है. नरेंद्र नगर विस्थापन की श्रेणी में न होने के बावजूद भी उत्तर प्रदेश सरकार के तुगलकी आदेश के चलते वर्ष 1989 में नरेंद्र नगर से जिला मुख्यालय नई टिहरी शिफ्ट किया गया, जिला मुख्यालय नई टिहरी शिफ्ट होने के कारण नरेंद्र नगर में भूमि संबंधी सहित अन्य मामलों के पंजीकरण नहीं हो पाए. नरेंद्र नगर में ही पूर्व की भांति जमीन सहित अन्य मामलों के पंजीकरण हो सकें इसके लिए देवप्रयाग के सब रजिस्ट्रार को महीने के दो हफ्तों में तीन तीन दिन नरेंद्र नगर तहसील में बैठने के आदेश किए गए, लेकिन 2014 में जब भूमि सहित अन्य पंजीकरण ऑनलाइन किए गए, तब से नरेंद्र नगर में भूमि संबंधी व अन्य मामलों के पंजीकरण करने की मनाही कर दी गई. अब नरेंद्र नगर क्षेत्र के लोगों को 150 किमी दूर देवप्रयाग जाना पड़ता है. दो दो पूर्व सीएम के आश्वासन के बाद भी अभी तक कार्यालय नहीं खुला. लोगों का कहना है कि जल्द से जल्द यहां पर भी रजिस्ट्रार कार्यालय खोला जाए.
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संवाद365/बलवंत रावत