धनसाली: पंचायतों तथा ग्रामीणों की सहमति के बिना गुनसोला हाइड्रो इंजीनियरिंग प्रा. लि. द्वारा भिलंगना नदी पर जल विद्युत परियोजना का निर्माण प्रारम्भ करने पर ग्राम पंचायत पोखार, ज्यूंदाणा व जमोलना के जन प्रतिनिधियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पंचायत हक हुकूक संघर्ष समिति के बैनर तले उक्त जल विद्युत परियोजना को निरस्त कर काम रोकने के लिये उपजिलाधिकारी घनसाली के माध्यम से जिला अधिकारी टिहरी, मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड, राज्यपाल, सिंचाई मंत्री व प्रधानमंत्री भारत सरकार को ज्ञापन प्रेषित करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है।
प्रधान पोखार कुछ लक्ष्मी, सामाजिक कार्यकर्ता मोर सिंह रावत गोविन्द सिंह रावत, विनोद रावत, पूर्व प्रधान बीर सिंह रावत, तेजराम सेमवाल प्रधान ज्यूंदाणा प्रतिनिधि धन सिंह रावत सहित अनेक ग्रमीणों ने बताया कि भिलंगना नदी से पोडार पोखार नहर वह जमोलन संगोली सिंचाई नहर के द्वारा ग्रामीणों की कृषि भूमि की सिंचाई होती है। इन नहरों के हेड से ही उक्त निजी कम्पनी द्वारा परियोजना के निर्माण की कार्यवाही कर ग्रामीणों को आतांकित किया जा रहा है।
पूर्व प्रधान तेजराम सेमवाल ने बताया कि सरकार को निजी व्यक्ति को लाभान्वित करने के बजाय ग्राम पंचायतों की सहमति से ग्राम पंचायतों की भागेदारी से सूक्ष्म जल विद्युत परियोजनाओं का निर्माण करना चाहिए जिससे सभी ग्रामवासियों को लाभ मिल सके। साथ ही ग्रामीणों के हक हुकूकों को नुकसान नहीं होना चाहिए। निजी व्यक्ति को सरकार द्वारा लाभान्वित करने की नीति का पुरजोर विरोध किया जायेगा। ग्राम पंचायतों की भागीदारी के बिना कोई काम नहीं होने दिया जाएगा। यदि सरकार ने ग्राम पंचायतों की सहमति के बिना ही निजी व्यक्ति को लाभान्वित करने के लिए दबाव बनाया तो ग्रामीण अपने अस्तित्व को बचाने तथा अपने हक हुकूकों को लेकर अनशन, धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।
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संवाद365/तेजराम सेमवाल