नई दिल्ली: भारतीनय जनता पार्टी की दिग्गज नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार रात दिल का दौरा पड़ने ने निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स अस्पताल में उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। जहां सुषमा के जाने से राजनीति को बड़ी क्षति हुई है वहीं पूरा देश उनके निधन से शोक में डूबा है। देश और दुनिया में बेहतरीन वक्ता के तौर पर लोकप्रिय रहीं सुषमा ने एक बेहद शानदार राजनीतिक पारी खेलकर मंगलवार को दुनिया को अलविदा कह दिया। जाते जाते भी सुषमा अपने कर्तव्यों को निभाकर गई। दरअसल, निधन से करीब एक घंटे पहले उन्होंने पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव मामले में भारतीय वकील हरीश साल्वे को उनकी 1 रुपये की फीस देने के लिए बुलाया था. साल्वे ने हेग स्थित अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) में जाधव मामले की सुनवाई के दौरान भारत का प्रतिनिधित्व 1 रुपये की फीस पर किया था। इस बारे में हरीश साल्वे ने एक टीवी चैनल से बातचीत में बताया कि निधन से करीब एक घंटे पहले उन्होंने सुषमा स्वराज से बात की थी। उन्होंने कहा, ‘मैंने रात 8:50 बजे उनसे बात की। यह एक बहुत ही भावनात्मक बातचीत थी। उन्होंने कहा, आओ और मुझसे मिलो। जो केस आपने जीता उसके लिए मुझे आपको आपका एक रुपया देना है। मैंने कहा कि बेशक मुझे वह कीमती फीस लेने के लिए आना है। उन्होंने कहा कि कल 6 बजे आना।’
प्रधान मंत्री जी – आपका हार्दिक अभिनन्दन. मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी. @narendramodi ji – Thank you Prime Minister. Thank you very much. I was waiting to see this day in my lifetime.
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) August 6, 2019
वहीं उन्होंने निधन से महज तीन घंटे पहले ही जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाने को लेकर ट्वीट किया था। सुषमा स्वराज ने अपने ट्वीट में कहा था, ‘मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी।’ यह ट्वीट जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक के लोकसभा में पारित होने को लेकर था। उन्होंने इस विधेयक के पारित होने पर प्रधानमंत्री का आभार जताया था और जो पंक्ति लिखी थी ऐसा लग रहा था जैसे उन्हें आभास हो गया हो कि वह इस दुनिया को छोड़कर जा रही हैं।
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संवाद365/काजल