आप कार्यकर्ताओं ने ईगास पर पूरे प्रदेश में खंडहर पड़े घरों और गांवों में जाकर जलाए उम्मीद और परिवर्तन के दिए

November 15, 2021 | samvaad365

इगास पर्व उत्तराखंड का पारंपरिक लोकपर्व है ,जो बडे ही हर्षोलास के साथ पूरे प्रदेश में बडी ही धूमधाम से मनाया जाता है। आम आदमी पार्टी ने भी इस पर्व को बडी ही धूमधाम से पूरे प्रदेश में मनाया। इस दौरान कर्नल कोठियाल ने पूरे प्रदेश वासियों को इगास पर्व की ढेरों शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि इगास को बूढी दीपावली भी कहा जाता है। भगवान राम चंन्द्र जी के अयोध्या पहुंचने की सूचना उत्तराखंड में 11 दिन बाद आई थी ,तो लोगों ने उसी दिन को दीपावली के रुप में मनाना शुरु किया, जो अब पूरे प्रदेश में इगास के नाम से मनाई जाती है। इगास के इसी त्योहार पर आज देहरादून में मोथरावाला रोड पर आप कार्यकर्ताओं ने इस मौके पर सांस्कृतिक प्रोग्राम का आयोजन किया जहां आप सीएम प्रत्याशी कर्नल कोठियाल भी पहुंचे । इस दौरान उन्होंने भैलों खेलकर इस त्योहार को मनाया।

कर्नल कोठियाल ने कार्यकर्ताओं के साथ मनाया इगास

आप द्वारा आयोजित इगास के इस आयोजन में कर्नल कोठियाल के पहुंचते ही कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया । उन्होंने दीप प्रज्जवलित करते हुए इगास के कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद कार्यक्रम की शुरुआत गढ़वाली गीतों के साथ हुई। जिसमें गढवाली गायकों ने गढवाली गीतों से इगास पर शमा बांध दिया। इसके बाद कर्नल कोठियाल ने कहा कि काफी दिनों बाद आज देहरादून पहुंचा हूं ,लेकिन मैं अकेला नहीं ,बल्कि मेरे साथ लाखों लोगों की उम्मीदें जुडी हैं। उनकी उम्मीद है कि ,आप पार्टी रौशनी के दीप प्रज्जवलित करे। उन्होंने कहा कि मैं उन सभी लोगो को विश्वास दिलाता हूं कि, जो इगास शब्द है इसके मतलब को हम धरातल पर साकार करके दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि ये पर्व उजाले का प्रतीक है ,लेकिन जैसे कुछ लोग अंधेरे में नहीं दिख रहे ,तो ठीक वैसी ही हालत प्रदेश की हो गई जो राजनीतिक दलों की गलतियों की सजा भुगत रहे है।

उन्होंने आगे कहा कि, आज का दिन भगवान राम को समर्पित है। भगवान राम के अयोध्या लौटने की खबर पहाडों में 11 दिनों बाद मिली थी ,इसीलिए इस पर्व को हम सब आज के दिन मनाते हैं। लेकिन पहाड के लोगों की आवाज आज 21 साल बाद भी राजधानी तक नहीं पहुंच पा रही है। उन्होंने कहा कि ये पर्व सिर्फ एक दिन के लिए नहीं है ,बल्कि ऐसी भावनाएं हमारे अंदर रोज आनी चाहिए। यह पर्व रौशनी का पर्व है ,लेकिन पहाडों में आज भी रौशनी और बिजली नहीं है। हमें यह संकल्प लेना है कि हर घर में रौशनी हो सके । हर युवा को यह विश्वास हो सके कि हम ही इस प्रदेश की रीढ हैं। इस दिन हमें संकल्प लेना है कि हमें भ्रष्टाचार रुपी रावण का वध कर उसे मिटाना है। हमें स्वास्थय सेवाओं से लेकर शिक्षा की व्यवस्था को दुरुस्त करना है।

उन्होंने कहा कि यह त्योहार हम सबकी एकता का प्रतीक है। आप पार्टी एकजुट है और हमारा काम और कर्तव्य है कि हर घर में उम्मीदों की किरण पहुंचा सके।उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति हमारे संस्कार को हमें बचाते हुए हमें उन्हें संरक्षित करना है। उन्होंने कहा कि अब युद्व में बहुत कम समय रह गया है। हमसे अब सत्ता ज्यादा दूर नहीं है। हमें घर घर जाकर अपनी पार्टी की नीतियां सबको बतानी हैं। 2022 की आने वाली इगास हर उस अंधेरे में मनाई जाएगी जहां पर आप पार्टी के कार्यकर्ता जाकर परिवर्तन के दीप को घर घर तक पहुंचा सके ।

 

इस दौरान कई गढवाली गीतों में यहां महिलाओ ने इगास का जमकर लुत्फ उठाया। वो मेरी बाजो रंगा गाने के बोल पर जमकर थिरकी ,उनके साथ शहनाज हिंदुस्तानी ने भी अपनी कविताओं से इस इगास के कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। उनकी कविता जब मैं महलों में था तो राम था, चौदह वर्ष का वनवास काटने के बाद भगवान राम कहलाया, ऐसा ही जीवन सबकुछ होते हुए अरविंद केजरीवाल और कर्नल कोठियाल ने काटां वाला रास्ता चुना। इस पर वहां मौजूद लोगों ने जमकर तालियां बजाई।

संवाद365,डेस्क

 

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