चीन और नेपाल सीमा पर तैनात बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन को बड़ी सफलता मिली है। चीन सीमा को जोड़ने वाला मार्ग लखनपुर से नजंग तक बनकर तैयार हो गया है। कठोर चट्टानों का चीरकर ढाई किलोमीटर की ये सड़क बनाने में बी आर ओ को करीब 10 साल लग गए। सामरिक नजरिये से अहम इस मार्ग को बनाने में बी आर ओ के अधिशाषी अभियन्ता समेत 9 लोगों को अपनी जान गवानी पढ़ी।
इस सड़क के तैयार होने के बाद चीन सीमा तक पहुँचने के लिए बी आर ओ को 14 किलोमीटर सड़क और कटनी है। इस मार्ग के बनने से कैलाश मानसरोवर यात्रा को संचालित करने में प्रशासन को सहूलियत होगी साथ ही भारत तिब्बत स्थलीय व्यापार पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा। आपको बता दे कि लखनपुर से नजंग तक का पैदल मार्ग पिछले साल आयी आपदा में ध्वस्त होने के कारण भारत सरकार को नेपाल से होते हुए पूल के जरिये आवजाही बहाल करनी पड़ी थी। मगर इस सड़क मार्ग के बनने से चीन और नेपाल सीमा से उच्च हिमालयी क्षेत्र भी मुख्यधारा से जुड़ पाएंगे।
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पिथौरागढ़/मनोज चंद