देहरादून: दून मेडिकल कॉलेज में मैन पावर की कमी, मरीजों को करना पड़ रहा है खासी दिक्कतों का सामना

July 10, 2022 | samvaad365

अस्पताल में मैन पावर की कमी की वजह से मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.।
देहरादून के दून मेडिकल कॉलेज को सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज के नाम से जाना जाता है लेकिन दून अस्पताल में पर्याप्त मैन पावर ना होने की वजह से इसका खामियाजा मरीजों और उनके तीमारदारों को भुगतना पड़ता है। अस्पताल में वार्ड बॉय समेत अन्य कर्मचारियों की कमी के चलते मरीजों को काफी मुश्किलें आती हैं। अस्पताल में आये मरीजों को अपने तीमारदारों के भरोसे रहना पड़ता है। स्ट्रेचर पर अपने मरीजों को परिजन एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए मजबूर हैं, क्योंकि अस्पताल में स्टाफ की कमी बनी हुईहै। इसका एक कारण अस्पताल में वर्क लोड भी माना जा रहा है।

अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर केसी पंत का कहना है कि अस्पताल में अत्यधिक वर्क लोड है। अस्पताल में साढ़े सात सौ बेड उपलब्ध है जबकि ऑपरेशन प्रतिदिन होने के साथ ही मरीज लगातार भर्ती होते रहते हैं। अस्पताल में स्वस्थ होने की आस में पहुंचने वाले यहां मरीजों का आना जाना ज्यादा रहता है। उन्होंने बताया कि कोरोना काल मे स्टाफ काफी संख्या में था, लेकिन कोरोना खत्म होने के बाद भारत सरकार की गाइड लाइन के अनुसार उन्हें हटाना पड़ा। लेकिन इन कर्मचारियों को हटाने के बाद अस्पताल का रूटीन वर्क प्रभावित हुआ है। उन्होंने बताया कि शासन के माध्यम से यह निर्देश प्राप्त हुए हैं कि अस्पताल में स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से नियमानुसार कर्मचारियों की नियुक्ति की जा सकती है। उन्होंने बताया कि इसके बाद धीरे-धीरे कार्मिकों की संख्या बढ़ रही है, और मरीजों को पहले जैसी सुविधा दिए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

संवाद 365, संदीप रावत

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