EXCLUSIVE: विवादों में केदारनाथ की हेली सेवा… गढ़वाल आयुक्त सख्त

May 31, 2019 | samvaad365

रूद्रप्रयाग: केदारनाथ के लिए ढेड सप्ताह पूर्व शुरू हुई हेली सेवायें विवादों में घिर गई हैं. इसके संचालन में भारी अनिमिताएं बरतना इसका प्रमुख कारण है. देर से शुरू होने के कारण हेली सेवाओं के जरिए केदारनाथ की यात्रा करने वाले तीर्थ यात्रियों की भारी तादात है. प्रशासन के द्वारा तीस प्रतिशत जीएनवीएन तथा 70 प्रतिशत ऑनलाइन बुकिंग करवाई जा रही है. लेकिन हेली संचालकों और प्रशासन के कर्मचारियों की मिलीभगत के कारण हेली टिकटों की जमकर कालाबाजारी की जा रही है. ब्लैक में केदारनाथ धाम जाने का किराया 15 हजार से ज्यादा है. ऐसे में ऑनलाइन टिकट बुक करने वालों का कई दिनों तक नम्बर ही नहीं आ रहा है.

दूसरी तरफ हेली सेवाएं नियम कायदों को ताक पर रखकर संचालित की जा रही है. गुप्तकाशी मस्ता में आर्यर एविएशन हेली कम्पनी क्षतिग्रस्त हेली पैड से उड़ान भर रही है. यानी की पैंसों के खेल में यात्रियों की जान भी जोखिम में डाली जा रही है. जबकि दूसरी तरफ यूकाड़ा की गाइड लाइन को दरकिनार करते हुए आबादी के बीचों बीच हेली पैड बने हुए हैं. केदारनाथ के विधायक मनोज रावत ने कहा कि हेली सेवाओं के संचालन में हो रही अनिमिताओं के खिलाफ जल्दी मोर्चा खोला जायेगा.

हेली सेवाओं के संचालन में हो रही अनियमिताओं और कालाबाजारी को लेकर शासन स्तर पर भी शिकायतें पहुंच रही हैं। इसी को देखते हुए गढ़वाल आयुक्त वीवीआरसी पुरूषोत्तम ने हेली संचालकों के साथ बैठक कर कालाबाजारी पर पूरी तरह से रोक लगाने को कहा. जिला प्रशासन को निर्देश देते हुए कहा कि हेली सेवाओं की मनमानी और टिकटों की कालाबाजारी से देवभूमि की छवि खराब होती जा रही है.

दरअसल केदारनाथ धाम के चलाई जाने वाली हैली सेवायें हमेशा से विवादों में रही हैं. हैली के टिकटों की कालाबाजारी के इस खेल में प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर पुलिस की भी संलिप्तता रहती है. जिस कारण इस पूरे खेल को अंजाम दिया जाता है. अब बिल्ली को दूध की रखवाली के लिए रखेंगे तो क्या होगा समझा जा सकता है. अब देखना होगा की गढ़वाल आयुक्त के निर्देश का पालन होता है या इन्हें भी ठेंगा दिखाया जायेगा.

संवाद 365/कुलदीप राणा

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