पिथौरागढ जिले के धारचूला तहसील के निगांलपानी मे 2018 वर्ष मे करोड़ों की लागत से बना फायर स्टेशन भवन अब खण्डहर बनता जा रहा है.
आपको बता दें की जौलजीबी से सटे धारचूला क्षेत्र की लगभग पचास हजार की आबादी मे आगजनी की बड़ी घटना को रोकने के लिए कोई व्यवस्था अब तक नहीं है. इन क्षेत्रों मे आगजनी की घटना होने पर स्थानीय लोग रोकथाम करने मे खुद जुट जाते है.
भवन पर कार्यदायी संस्था ने अभी तक पुलिस विभाग को हस्तांतरित तक नहीं किया है। वहीं पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ ने बताया ये बिल्डिंग अभी हमारे हैण्ड.ओवर नहीं हुई है, जनवरी से तब से इनके बड़े अधिकारियों के साथ वार्ता करने के बाद पत्र भेज चुका हुँ,ज जिसके लिये हमने अपना एक कर्मचारी इनके कार्यालय मे अाये दिन दौड़ते रहते है,अब हम चाहते है बिल्डिंग हमे प्रेजेंट टाइम मे हेण्ड.ओवर कर दी जाए, जबकी कई बार वंहा जाकर बिल्डिंग का निरीक्षण कर चुके हैं, बिल्डिग के दरवाजे, खिड़कियों के शीशे आदी सब टूट कर बिखर गये है, अब एसपी पिथौरागढ चाहते है बिल्डिग को जल्द से ठीक कर हमरे हवाले कर दिया जाए.
वहीं स्थानीय लोगों ने बताया लंबे संघर्ष के बाद इकाले मे हमें फायर भवन मिला पर इसके शुरू नहीं होने से आगजनी की घटनाओं को रोकने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. करोड़ों रुपए की लागत से फायर स्टेशन का भवन बनकर तैयार है,फायर स्टेशन शुरू नहीं होने से हजारों की आबादी को आगजनी की घटनाओं का सामना करना पडता है,अब सरकार व प्रशासन से स्थानीय लोगों ने जल्दी इसे शुरू करने की मांग की है.
(संवाद 365/मनोज चंद)
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