हेमकुंड साहिब यात्रा की तैयारियों में जुटा गुरुद्वारा

April 22, 2019 | samvaad365

बद्रीनाथ धाम के साथ ही हेमकुंड साहिब की यात्रा की तैयारियां भी शुरू हो गई है इस वर्ष भी भारी बर्फबारी के कारण हेमकुंड, गोविंद धाम और बद्रीनाथ में भारी बर्फ जमी हुई है और इस समय जहां बद्रीनाथ में बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति बर्फ हटाने में और पैदल रास्तों को खोलने में जुटी हुई है वहीं हेमकुंड साहिब की यात्रा तैयारियों में गुरुद्वारा प्रबंधन भी जुट गया है। गोबिंदधाम में गुरुद्वारा अभी तक पूरी तरह से बर्फ की आगोश में है और गुरुद्वारा प्रबंधन बर्फ हटाने में जुट गया है जहां  गुरद्वारा सहित दरबार साहिब अभी भी 5 से 8 फीट बर्फ के नीचे दबा हुआ है वहीं अब गुरुद्वारा प्रबंधन ने कमर कस ली है और बर्फ हटाने में खुद जुट गया है हालांकि यहां से 6 किलोमीटर ऊपर हेमकुंड साहिब है और वहां की बर्फ हटाने के लिए भारतीय सेना के जवान 25 अप्रैल को रवाना होंगे जिसके बाद हेमकुंड का मार्ग खोला जा सकेगा।

सिक्खों के प्रसिद्ध धाम हेमकुण्ड साहिब की यात्रा तैयारियां शुरू हो गयी है हेमकुंड साहिब तक अभी कोई नहीं पंहुचा है वहीं हेमकुंड साहिब का मुख्य पड़ाव घांघरिया में भी अभी बहुत ज्यादा बर्फ जमी हुई है यहाँ गुरुद्वारा प्रबंधन खुद बर्फ हटाने में जुट गया है यहाँ अभी भी 6 फ़ीट से 8 फ़ीट बर्फ की आगोश में गोबिंदधाम गुरुद्वारा है और यहाँ इस समय बर्फ हटाकर यात्रा तैयारी शुरू हो गयी है वहीं अब यहाँ से 6 किलोमीटर हेमकुण्ड साहिब तक का मार्ग सेना द्वारा खोला जायेगा 25 अप्रैल से सेना के जवान हेमकुंड मार्ग खोलने में जुट जायेंगे, यहाँ हुई भारी बर्फ़बारी के कारण  ही इस वर्ष हेमकुंड साहिब के कपाट 6 दिन देर से 1 जून को खोले जा रहे हैं।

श्री बद्रीनाथ धाम में बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के 40 सदस्य बद्रीनाथ धाम में मंदिर परिसर सहित मंदिर तक पहुंचने वाले पैदल रास्तों से बर्फ हटाने में जुटे हुए हैं इस वर्ष हुई भारी बर्फबारी के कारण पैदल रास्तों में अभी भी 4 से 5 फीट की बर्फ कहीं कहीं जमी हुई है जिस कारण पैदल रास्ते पूरी तरह से बर्फ की आगोश में है और यहां इन दिनों मंदिर परिसर और रास्तों से बर्फ हटाने का काम तेजी से जारी है वहीं बद्रीनाथ मंदिर समिति ने मंदिर में अपनी बिजली सुचारू कर दी है और जल्द ही यहां सारी व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने की बात मंदिर समिति द्वारा कही जा रही है।

इस वर्ष हुई भारी बर्फ़बारी के कारण यात्रा तैयारियों में मंदिर समिति हो या गुरुद्वारा प्रबंधन सभी को परेशानी का सामना करना पड़  रहा है बर्फ़बारी के साथ ही नुकसान भी इस वर्ष बहुत ज्यादा हुआ है जिसके लिए अब समय कम और काम अधिक हो रहा है इसलिए मंदिर समिति हो या गुरुद्वारा प्रबंधन खुद भी व्यवस्थाओं को दूरस्थ करने में जुटे हुए हैं।

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चमोली/पुष्कर नेगी

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