तिब्बत सीमा से सटे इस गांव में नहीं होती प्रभु हनुमान की पूजा , गांव वालें हनुमान से हैं नाराज, सालों बाद यहां पहुंचेगी सड़क

November 25, 2021 | samvaad365

चमोली जिले के पौराणिक द्रोणागिरी गांव में आज भी भगवान राम के भक्त हनुमान की पूजा नहीं की जाती है । यहां के लोग हनुमान से सालों से नाराज हैं । नाराजगी कारण संजीवनी बूटी है । दरसल मान्यता है कि संजीवनी बूटी की खोज में आए हनुमान द्रोणागिरी पर्वत का एक बड़ा हिस्सा उखाड़ ले गए थे। इस पर्वत को ग्रामीण पर्वत देवता के रूप में पूजते थे। इसीलिए गांव के लोग हनुमान जी की पूजा नहीं करते हैं। आज भी द्रोणागिरी गांव में रामलीला का आयोजन होता है, लेकिन हनुमान जन्म से पहले ही रामलीला मंचन को समाप्त कर दिया जाता है।

द्रोणागिरी गांव में सालों बाद पहुंचेगी सड़क

द्रोणागिरी गांव तक आसानी से पहुंचने के लिए जल्द ही ढाई किलोमीटर सड़क का निर्माण शुरू होने वाला है। यह काम पूरा होने के बाद गांव की सड़क से दूरी महज चार किलोमीटर रह जाएगी। पहले चरण में 6.6 किलोमीटर की सड़क बन चुकी है। लोक निर्माण विभाग का लक्ष्य जल्द ही गांव को सड़क से जोड़ने का है।

संवाद365,डेस्क

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