अगर आप अपने कर्तव्यों और अपनी जिम्मेदारियों को समझ लेते हैं तो निश्चित ही आप एक मिसाल बन जाते हैं। देश की बागडोर संभाले कई अधिकारी ऐसे हैं जो अपने कर्तव्य पथ पर अडिग होकर काम कर रहे हैं कठिन से भी कठिन परिस्थितियों में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। स्थितियां कितनी ही विकट क्यों न हो लेकिन जिम्मेदारी का पालन जरूरी है। ये लाइन ठीक बैठती है मोदीनगर की एसडीएम सौम्या पांडेय पर। आईएएस सौम्या पांडे चर्चाओं में हैं, आप उन्हें सोशल मीडिया और खबरों में भी देख रहे होंगे। दरअसल सौम्या पांडे इस वक्त एक मां होने और एक अधिकारी होने का फर्ज एक साथ निभा रही हैं। वो अपनी नवजात बेटी के साथ अपनी ड्यूटी निभा रही हैं वो भी ऐसे समय में जब कोविड 19 के चलते लोगों को घर से निकलने के लिए मना किया जा रहा है।
कौन हैं सौम्या पांडे
सौम्या पांडे 2017 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। सौम्या लबासना में गोल्ड मेडलिस्ट भी रह चुकी हैं। अक्टूबर 2019 में सौम्या को गाजियाबाद के मोदीनगर में एसडीएम के पद पर तैनाती मिली। कोरोना संकटकाल के दौरान जुलाई 2020 को सौम्या गाजियाबाद में बतौर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट की जिम्मेदारी के साथ पूरे जिले की कोविड मॉनिटरिंग सेल का भी प्रभारी बनाया गया। यह जिम्मेदारी उन्हें ऐसे समय में मिली जब वह मां बनने वाली थीं। इस दौरान भी उन्होंने अपना काम बखूबी निभाया।
सौम्या पांडे अपने कैंप कार्यालय से काम करती हैं अक्सर उनके साथ उनकी बेटी भी होती है। इससे पहले सौम्या ने प्रसव के समय आठ से 30 सितंबर तक मात्र 23 दिन की छुट्टी ली थी। 17 सितंबर को उन्होंने सर्जरी से बेटी को जन्म दिया और इसके बाद एक अक्टूबर को डीएम के आदेश पर दोबारा से मोदीनगर एसडीएम का प्रभार संभाल लिया। सौम्या का कहना है कि कि वो एक मां होने के साथ साथ एक अधिकारी भी हैं। और इसीलिए वो इन दोनों जिम्मेदारियों को एक साथ निभा भी रही हैं।
(संवाद 365/डेस्क)
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