हरिद्वार के गुरुकुल कांगड़ी में पादप महाकुम्भ का आयोजन किया जा रहा है , जिसमें वर्तमान में कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए हमें अपनी दिनचर्या में बदलाव के साथ साथ भोजन आदि में परिवर्तन कर इस वैश्विक महामारी को हराया जा सकता है इन बातों को सिखाया जा रहा है । गुरुकुल के भेषज विज्ञान विभाग मे आयोजित औषधीय पादप महाकुंभ के अंतर्गत ऑनलाइन हैल्थ कैंप मे गुरुकुल के डॉ अस्वनी कुमार ने बताया कि, हमे स्वस्थ रहने के लिए दिन एवं रात्री के समय को नियमित दिनचर्या के अनुसार विभाजित करके अपने कार्य सम्पन्न करने चाहिए , वैदिक काल के आचार्यों के अनुसार हमे सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर अपने नित्य कर्म निपटने चाहियें ,दिन और रात के समय को निर्धारित होना चाहिय क्योंकि ऐसा न होने से बहुत से मनोरोग, अल्जीमर, मिर्गी एव अनिंद्रा जैसी बीमारियों भी व्यक्ति को घेर लेती हैं ,और हाल ही में कोरोना भी इसका उदाहरण बनने जा रहा है हमे भोजन के प्रकार एवं खाने के समय पर भी विशेष ध्यान रखान चाहिए । ऐसा करके हम शरीर मे कफ, पित्त एवं वात को संतुलित करके निरोगी रह सकते है । खाने में क्षारीय पदार्थों के सेवन से हमारे शरीर की बहुत सी अशुद्धियाँ दूर हो जाती हैं । भोजन मे सभी तरह के रसों के उपगोग से भोजन स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पौष्टिक भी बन जाता है । शरीर के लिए व्यायाम एवं योग को अपनाकर भी हम स्वस्थ बने रह सकते है क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ विचार रहते है तथा नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है । कोरोना के कठिन समय में हमें त्रिकटु, लेमन ग्रास, दालचीनी, काली मिर्च, तुलसी का उपयोग भी करना चाहिए । इससे कोरोना तो जायगा ही कैंसर जैसी भयानक बीमारी भी दूर हो जायगी |
संवाद 365 , नरेश तोमर